पोर्ट ब्लेयर: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण को एक युवती से कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में शुक्रवार को 14 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. अदालत में पेशी के बाद पोर्ट ब्लेयर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जितेंद्र नारायण को पुलिस हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया.
पुलिस ने उनके और अभी तक फरार अन्य सह-आरोपियों के खिलाफ अपनी जांच जारी रखने के लिए रिमांड की मांग की थी. इस मामले ने द्वीप क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है. इससे पहले, गुरुवार को पुलिस ने अंडमान एवं निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण को एक स्थानीय अदालत द्वारा अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद गिरफ्तार कर लिया था.
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जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत के फैसले के तुरंत बाद पुलिसकर्मियों की एक टीम एक निजी रिसॉर्ट में पहुंची, जहां जितेंद्र नारायण ठहरे थे और भारी सुरक्षा के बीच उन्हें पुलिस लाइन लाया गया. ऐसा आरोप है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 21 वर्षीय एक युवती को सरकारी नौकरी का झांसा देकर मुख्य सचिव के घर ले जाया गया और फिर वहां नारायण सहित शीर्ष अधिकारियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया.
(पीटीआई-भाषा)