पानीपत/मोहाली: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए कर्नल मनप्रीत सिंह और मेजर आशीष धौंचक का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. कर्नल मनप्रीत सिंह का अंतिम संस्कार पंजाब के मोहाली जिले में उनके पैतृक गांव भारौंजियां में हुआ. शहीद कर्नल मनप्रीत के बेटे ने सेना की वर्दी में पिता को सलामी दी. इश दौरान शहीद मनप्रीत की बेटी ने भी पिता को सलामी दी. नहीं, मेजर आशीष का हरियाणा के पानीपत में उनके पैतृक गांव बिंझौल में अंतिम संस्कार किया गया है. पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे.
सीएम मनोहर लाल ने दी श्रद्धांजलि: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्वीटर) पर लिखा है, 'जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए मेजर आशीष ढोंचक को मैं अपनी और पूरे प्रदेश की ओर से भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करता हूं। आपके शौर्य और पराक्रम की कहानी हमेशा प्रदेश और देश को गौरवान्वित करती रहेगी।'
-
जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए मेजर आशीष ढोंचक को मैं अपनी और पूरे प्रदेश की ओर से भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करता हूं।
— Manohar Lal (@mlkhattar) September 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आपके शौर्य और पराक्रम की कहानी हमेशा प्रदेश और देश को गौरवान्वित करती रहेगी। pic.twitter.com/2Uu8BoEY00
">जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए मेजर आशीष ढोंचक को मैं अपनी और पूरे प्रदेश की ओर से भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करता हूं।
— Manohar Lal (@mlkhattar) September 15, 2023
आपके शौर्य और पराक्रम की कहानी हमेशा प्रदेश और देश को गौरवान्वित करती रहेगी। pic.twitter.com/2Uu8BoEY00जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए मेजर आशीष ढोंचक को मैं अपनी और पूरे प्रदेश की ओर से भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करता हूं।
— Manohar Lal (@mlkhattar) September 15, 2023
आपके शौर्य और पराक्रम की कहानी हमेशा प्रदेश और देश को गौरवान्वित करती रहेगी। pic.twitter.com/2Uu8BoEY00
मोहाली में शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह का अंतिम संस्कार: शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा. उसके बाद राजकीय सम्मान के साथ मनप्रीत का अंतिम संस्कार किया गया. मनप्रीत सिंह की पत्नी और उनके बच्चे पंचकूला में रहते हैं. उनके मोहाली पहुंचने के बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई. वहीं, उनके अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में लोग उमड़े.
नए घर में पहली और आखिरी बार प्रवेश: पानीपत में मेजर आशीष धौंचक का नया घर बनकर तैयार है. आशीष इसी मकान के उद्घाटन के लिए अगले महीने छुट्टी पर आने वाले थे. मां के कहने पर ही पार्थिव शरीर को नए घर में लाया गया है. आशीष की मां का कहना है, बेटे के सपनों के घर में उसके कदम आखिरी बार जरूर पड़ने चाहिए.'
पैतृक गांव में शहीद आशीष का अंतिम संस्कार: बता दें कि, आज मेजर आशीष धौंचक को उनके पैतृक गांव बिंझौल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. शहीद मेजर आशीष की अंतिम यात्रा में कई बड़े नेता और अधिकारी उनके पैतृक गांव पहुंच. पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे. शहीद मेजर आशीष के अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. शहीद मेजर आशीष अपने पीछे माता, पिता, पत्नी और ढाई साल की बेटी छोड़ गए हैं.