नई दिल्ली: एयर इंडिया ने न्यूयॉर्क-दिल्ली फ्लाइट में नशे की हालत में एक महिला यात्री पर पेशाब करने वाले अनुचित और अशोभनीय व्यवहार करने वाले यात्री पर 30 दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, 'एयर इंडिया ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है, जहां एक यात्री ने न्यूयॉर्क-दिल्ली उड़ान पर अस्वीकार्य और अशोभनीय व्यवहार किया जिससे एक साथी यात्री को अत्यधिक परेशानी हुई.' एयरलाइन ने कहा कि उसने मामले की सूचना विमानन नियामक डीजीसीए को आगे की कार्रवाई के लिए दे दी है. प्रवक्ता ने कहा, 'पहले कदम के रूप में, एयर इंडिया ने यात्री को 30 दिनों के लिए प्रतिबंधित कर दिया है, आगे की कार्रवाई के लिए डीजीसीए को मामले की सूचना दी है.'
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An inebriated male passenger urinated on a female co-passenger in Air India's business class on Nov 26, 2022
— ANI (@ANI) January 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Air India has lodged a police complaint regarding the incident which took place on Nov 26 when the flight was on its way from JFK (US) to Delhi: Air India official to ANI pic.twitter.com/XE55X6ao0b
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Air India has lodged a police complaint regarding the incident which took place on Nov 26 when the flight was on its way from JFK (US) to Delhi: Air India official to ANI pic.twitter.com/XE55X6ao0bAn inebriated male passenger urinated on a female co-passenger in Air India's business class on Nov 26, 2022
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Air India has lodged a police complaint regarding the incident which took place on Nov 26 when the flight was on its way from JFK (US) to Delhi: Air India official to ANI pic.twitter.com/XE55X6ao0b
जेएफके (यूएस) से दिल्ली जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में नशे में धुत एक पुरुष यात्री ने एक बुजुर्ग महिला सह-यात्री पर पेशाब कर दिया. यह घटना 26 नवंबर, 2022 को बिजनेस क्लास में हुई थी. पीड़ित महिला द्वारा टाटा ग्रुप के चेयरमैन को पत्र लिखे जाने के बाद एयर इंडिया ने घटना के संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. घटना के वक्त एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-102 न्यूयॉर्क से दिल्ली जा रही थी. सत्तर साल की पीड़ित महिला ने टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन को पत्र लिखा और कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए फ्लाइट क्रू के खिलाफ शिकायत की.
एयर इंडिया के अधिकारी ने एएनआई को बताया कि एयर इंडिया ने 26 नवंबर को हुई घटना के संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. साथ ही एयर इंडिया ने इस घटना में एक आंतरिक समिति का गठन किया और पुरुष यात्री को 'नो-फ्लाई लिस्ट' में डालने की सिफारिश की, मामला सरकारी समिति के अधीन है और फैसले का इंतजार है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने भी एक बयान में कहा है कि हम एयरलाइन से रिपोर्ट मांग रहे हैं और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
इस घटना की पुष्टि एयर इंडिया के अधिकारियों ने बुधवार को एएनआई से की. कड़े शब्दों वाले पत्र में, महिला ने कहा कि चालक दल एक बहुत ही संवेदनशील और दर्दनाक स्थिति के प्रबंधन में सक्रिय नहीं था, और मुझे प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक प्रतीक्षा करने के दौरान खुद के लिए वकालत करनी पड़ी. मैं ..व्यथित हूं कि एयरलाइन ने इस घटना के दौरान मेरी सुरक्षा या आराम सुनिश्चित करने का कोई प्रयास नहीं किया.
महिला ने आगे कहा कि दोपहर के भोजन के तुरंत बाद और रोशनी बंद कर दी गई, ... एक अन्य यात्री पूरी तरह से नशे में मेरी सीट पर आया उसने अपनी पैंट खोल कर पेशाब करने लगा और मुझे अपने निजी अंगों को दिखाना जारी रखा. महिला ने शिकायत की कि पेशाब करने के बाद, आदमी उसी हालत में वहां खड़ा रहा. केवल एक सह-यात्री ने उस व्यक्ति को वहां से हट जाने के लिए कहा. महिला ने अपनी व्यथा सुनाते हुए लिखा कि मेरे कपड़े, जूते और बैग पूरी तरह से पेशाब में भीग गए थे.
उन्होंने कहा कि एयर होस्टेस मेरे पीछे-पीछे सीट तक गई, जांच की कि उसमें से पेशाब की गंध आ रही है, और मेरे बैग और जूतों पर कीटाणुनाशक का छिड़काव कर दिया. चूंकि महिला और उसकी सीट से पेशाब की बदबू आ रही थी, चालक दल ने उसे पजामा का एक सेट दिया. उन्होंने लिखा कि वह लगभग 20 मिनट तक शौचालय के पास खड़ी रही क्योंकि वह अपनी गंदी सीट पर वापस नहीं लौटना चाहती थी. उसे संकीर्ण चालक दल की सीट दी गई थी, जहां वह एक घंटे तक बैठी रही और फिर उसे अपनी सीट पर लौटने के लिए कहा गया.
महिला ने आरोप लगाया कि हालांकि प्रथम श्रेणी में कई सीटें खाली थी लेकिन एयर इंडिया के कर्मचारियों ने शुरू में उसे अपनी मूल सीट पर जाने के लिए कहा, जिससे पेशाब की गंध आ रही थी. उसे दो घंटे बाद दूसरी सीट दी गई, जहां वह शेष उड़ान के लिए बैठी. स्पष्ट रूप से चालक दल को यह महसूस नहीं हुआ कि एक संकटग्रस्त यात्री की देखभाल करना एक प्राथमिकता थी. उड़ान के अंत में, कर्मचारियों ने मुझे बताया कि वे मुझे एक व्हीलचेयर दिलवाएंगे.
हालांकि, व्हीलचेयर ने मुझे एक वेटिंग एरिया में छोड़ दिया जहां मैंने 30 मिनट तक इंतजार किया, और कोई भी मुझे लेने नहीं आया. आखिरकार मुझे खुद कस्टम क्लियर करना पड़ा और खुद ही सामान इकट्ठा करना पड़ा और यह सब कुछ मैंने एयर इंडिया के क्रू मेंबर के दिये पजामा और मोजे में ही यह सब कुछ किया. इस बीच, एयर इंडिया ने पुलिस और नियामक अधिकारियों को घटना की सूचना दी है. एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि हम पीड़ित यात्री के नियमित संपर्क में हैं.
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