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पंजाब : अमृतपाल सिंह को वारिस पंजाब दे संगठन का नया नेता चुना गया

पंजाब के मोगा में वारिस पंजाब दे संगठन (waris punjab de organization) की पहली वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को नया नेता नियुक्त किया गया. वहीं उनकी नियुक्ति के साथ ही विवाद शुरू हो गया है. पढ़िए पूरी खबर...

Amritpal Singh
अमृतपाल सिंह
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Published : Sep 29, 2022, 7:11 PM IST

मोगा (पंजाब): वारिस पंजाब दे संगठन (waris punjab de organization) की पहली वर्षगांठ पर अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का संगठन का नेता चुन लिया गया है. इस दौरान गुरुद्वारा खालसा साहिब रोड पर आयोजित एक समारोह में उन्हें पगड़ी पहनाई गई. वहीं अमृतपाल के नेता बनाए जाने के बाद से कई विवाद खड़े हो गए हैं. वारिस पंजाब संगठन के नए नेता अमृतपाल सिंह अपने निजी विचारों और बयानों की वजह से सरकार की नजरों में हैं. वहीं जांच एजेंसियों का कहना है कि अमृतपाल सिंह उग्रवादी हैं और खालिस्तानी समर्थकों को भड़काने का काम भी कर रहे हैं. इस वजह से अमृतपाल को संगठन का नेता बनाए जाने पर लगातार विवाद हो रहा है.

अमृतपाल सिंह को वारिस पंजाब दे संगठन का नया नेता चुना गया

वहीं अक्सर विवादित बयान देने वाले सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि वह अमृतपाल सिंह को नेता बनाए जाने से खुश हैं. उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह को नेता बनाए जाने से सरकार घबराई हुई है क्योंकि युवा अमृतपाल सिंह का बयान सुनाने के लिए जा रहे हैं. मान ने कहा कि अमृतपाल की पगड़ी पर प्रतिबंध कई किसान संगठनों को स्वीकार नहीं है.

मामले को लेकर शिरोमणि कमेटी का स्टैंड : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी से जब इस मामले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सिंह सजना और गुरु का अमृत पहनकर सिख बनना कोई बुरी बात नहीं है. उन्होंने खालिस्तानी विचारधारा के बारे में पूछे गए सवाल का स्पष्ट जवाब दिए बिना कहा कि किसी के बयान या जीवन को सेंसर करना सरकार का काम नहीं है और सरकारें खुद तय करेंगी कि अमृतपाल की कोई गलती है या नहीं. धामी ने यह भी कहा कि वह नहीं कह सकते अमृतपाल के राष्ट्रविरोधी एजेंसियों से संबंध हैं या नहीं क्योंकि यह सब सरकारी जांच का हिस्सा है.

मामले पर एचएसपीजीसी का रुख: अमृतपाल को लेकर हरियाणा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि वह अमृतपाल की नियुक्ति के फैसले का स्वागत करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वह अमृतपाल पर लगे आरोपों के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं, लेकिन इस बीच उन्होंने शिरोमणि समिति पर निशाना साधते हुए कहा कि धर्म के ठेकेदार बनकर कुछ प्रमुख लोग देश के गद्दारों और देश के रक्षकों के प्रमाण पत्र बांट रहे हैं इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.

वारिस पंजाब दे संगठन: वारिस पंजाब दे संगठन दिवंगत पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू के समय में बना था और दीप सिद्धू को इस संगठन का नेता बनाया गया था. सांसद सिमरनजीत सिंह मान का भी उस समय दीप सिद्धू ने खुलकर समर्थन किया था.

गैंगस्टरों को लेकर सिमरनजीत का विवादित बयान: इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान सांसद सिमरनजीत मान ने गैंगस्टरों को लेकर भी विवादित बयान दिया और कहा कि पंजाब के जो गैंगस्टर गलत रास्ते पर चले गए हैं, उन्हें गैंगस्टर छोड़कर सिख समुदाय में शामिल होकर हमारे पास आना चाहिए. सिमरनजीत मान ने कहा कि वह गैंगस्टर्स को फिर से आराम से जिंदगी जीने का मौका देंगे.

ये भी पढ़ें - पंजाब के सीएम मान ने राज्य विधानसभा में पेश किया विश्वास प्रस्ताव

मोगा (पंजाब): वारिस पंजाब दे संगठन (waris punjab de organization) की पहली वर्षगांठ पर अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का संगठन का नेता चुन लिया गया है. इस दौरान गुरुद्वारा खालसा साहिब रोड पर आयोजित एक समारोह में उन्हें पगड़ी पहनाई गई. वहीं अमृतपाल के नेता बनाए जाने के बाद से कई विवाद खड़े हो गए हैं. वारिस पंजाब संगठन के नए नेता अमृतपाल सिंह अपने निजी विचारों और बयानों की वजह से सरकार की नजरों में हैं. वहीं जांच एजेंसियों का कहना है कि अमृतपाल सिंह उग्रवादी हैं और खालिस्तानी समर्थकों को भड़काने का काम भी कर रहे हैं. इस वजह से अमृतपाल को संगठन का नेता बनाए जाने पर लगातार विवाद हो रहा है.

अमृतपाल सिंह को वारिस पंजाब दे संगठन का नया नेता चुना गया

वहीं अक्सर विवादित बयान देने वाले सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि वह अमृतपाल सिंह को नेता बनाए जाने से खुश हैं. उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह को नेता बनाए जाने से सरकार घबराई हुई है क्योंकि युवा अमृतपाल सिंह का बयान सुनाने के लिए जा रहे हैं. मान ने कहा कि अमृतपाल की पगड़ी पर प्रतिबंध कई किसान संगठनों को स्वीकार नहीं है.

मामले को लेकर शिरोमणि कमेटी का स्टैंड : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी से जब इस मामले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सिंह सजना और गुरु का अमृत पहनकर सिख बनना कोई बुरी बात नहीं है. उन्होंने खालिस्तानी विचारधारा के बारे में पूछे गए सवाल का स्पष्ट जवाब दिए बिना कहा कि किसी के बयान या जीवन को सेंसर करना सरकार का काम नहीं है और सरकारें खुद तय करेंगी कि अमृतपाल की कोई गलती है या नहीं. धामी ने यह भी कहा कि वह नहीं कह सकते अमृतपाल के राष्ट्रविरोधी एजेंसियों से संबंध हैं या नहीं क्योंकि यह सब सरकारी जांच का हिस्सा है.

मामले पर एचएसपीजीसी का रुख: अमृतपाल को लेकर हरियाणा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि वह अमृतपाल की नियुक्ति के फैसले का स्वागत करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वह अमृतपाल पर लगे आरोपों के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं, लेकिन इस बीच उन्होंने शिरोमणि समिति पर निशाना साधते हुए कहा कि धर्म के ठेकेदार बनकर कुछ प्रमुख लोग देश के गद्दारों और देश के रक्षकों के प्रमाण पत्र बांट रहे हैं इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.

वारिस पंजाब दे संगठन: वारिस पंजाब दे संगठन दिवंगत पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू के समय में बना था और दीप सिद्धू को इस संगठन का नेता बनाया गया था. सांसद सिमरनजीत सिंह मान का भी उस समय दीप सिद्धू ने खुलकर समर्थन किया था.

गैंगस्टरों को लेकर सिमरनजीत का विवादित बयान: इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान सांसद सिमरनजीत मान ने गैंगस्टरों को लेकर भी विवादित बयान दिया और कहा कि पंजाब के जो गैंगस्टर गलत रास्ते पर चले गए हैं, उन्हें गैंगस्टर छोड़कर सिख समुदाय में शामिल होकर हमारे पास आना चाहिए. सिमरनजीत मान ने कहा कि वह गैंगस्टर्स को फिर से आराम से जिंदगी जीने का मौका देंगे.

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