नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) 10 मार्च के बाद असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद को अंतिम रूप देने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam CM Himanta Biswa Sarma) और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा (Meghalaya CM Conrad Sangma) के साथ बात कर सकते हैं.
उम्मीद है कि गृह मंत्री शाह की मौजूदगी में सरमा और संगमा की बैठक दोनों राज्यों के बीच दशकों से चले आ रहे सीमा संघर्ष के स्थायी समाधान के लिए समझौते को अंतिम रूप देने में सफल होगी.कुछ दिनों पहले, सरमा और संगमा दोनों ने नई दिल्ली में शाह से मुलाकात करने के दौरान सीमा विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए एक रिपोर्ट पेश की थी. इस संबंध में गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि अगले कुछ दिनों में बैठक के समय को अंतिम रूप दिया जाएगा.अधिकारी ने कहा, 'बैठक 10 मार्च के बाद होगी क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं.'बता दें कि पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी. वहीं पार्टी उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार के लिए गृह मंत्री अमित शाह अगले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश और मणिपुर का दौरा कर सकते हैं.
इसी क्रम में बुधवार को शाह ने मणिपुर दौरे में भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था.गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि असम और मेघालय के मुख्यमंत्री के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों ने दोनों राज्यों के सीमा मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने में मदद की. उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच सीमा विवाद को भी सुलझा लिया जाएगा क्योंकि दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं.'उल्लेखनीय है कि मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के साथ-साथ असम का मिजोरम और नागालैंड के साथ भी सीमा विवाद है. पिछले साल असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद में असम पुलिस के पांच जवान और एक नागरिक की जान चली गई थी.
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गौरतलब है कि गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपने से पहले ही सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने असम और मेघालय दोनों के अधिकारियों से बातचीत शुरू कर दी है. मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने हाल ही में कहा है कि केंद्र सरकार ने सर्वे ऑफ इंडिया को दोनों राज्यों के अधिकारियों के साथ समन्वय कर संयुक्त निरीक्षण और सर्वेक्षण करने को कहा है.