नई दिल्ली/बेंगलुरु : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में 'नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा' पर क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता की. इस सम्मेलन में 5 दक्षिणी राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री की उपस्थिति में 9,298 किलोग्राम मादक पदार्थ नष्ट किए गए, जिनका मूल्य 1,235 करोड़ रुपये है.
जानकारी के मुताबिक इस दौरान राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी और कर्नाटक सरकार के बीच शिवमोगा में यूनिवर्सिटी का नया कैंपस खोलने संबंधी समझौता ज्ञापन भी हस्ताक्षर हुए. अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने नशा मुक्त भारत बनाने के लिए नशीली दवाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मादक पदार्थों के पूरे नेटवर्क पर नकेल कसने के लिए इससे जुड़े मामलों में इसके स्रोत से लेकर गंतव्य तक गहन जांच की जानी चाहिए और किसी भी मामले को आइसोलेशन में नहीं देखा जाना चाहिए.
अमित शाह ने ये भी कहा कि मोदी सरकार ने ड्रग्स के खिलाफ होल ऑफ गवर्नमेंट अप्रोच अपनाया है और सभी विभागों व एजेंसियों के बीच कोऑपरेशन, कोऑर्डिनेशन और कोलैबोरेशन बढ़ाकर नशामुक्त भारत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि तटीय सुरक्षा और समुद्री मार्गों पर फोकस बढ़ाने की जरूरत है और दक्षिणी समुद्री मार्ग में चौकसी और बढ़नी चाहिए.
शाह ने बताया कि वर्ष 2006-2013 के बीच कुल ड्रग्स के 1257 मामले दर्ज किए गए, जो 2014-2022 के बीच 152 प्रतिशत बढ़कर 3172 हो गए. जबकि, इसी अवधि के दौरान गिरफ्तारियों की कुल संख्या 1362 से 260 प्रतिशत बढ़कर 4888 हो गई. इसी तरह, 2006-2013 के दौरान 1.52 लाख किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किए गए जिसकी मात्रा 2014-2022 के दौरान दोगुनी होकर 3.30 लाख किलोग्राम हो गई.
वहीं वर्ष 2006-2013 के दौरान 768 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए गए. वर्ष 2014-2022 के दौरान इसमें 25 गुना बढ़ोतरी हुई और 20,000 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए गए.
दरअसल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 1 जून, 2022 से शुरू हुए 75 दिवसीय अभियान के दौरान 75,000 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. अब तक लक्ष्य से ज्यादा 5,94,620 किलोग्राम नशीली दवाओं की जब्ती की गई, जिसका मूल्य 8,409 करोड़ रुपये है.
(आईएएनएस)