कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद पश्चिम बंगाल के सभी भाजपा सांसदों और विधायकों की स्थिति पता लगाने के लिए एक गुप्त जांच समिति का गठन किया है. यह समिति बंगाल में भाजपा के सभी विधायकों और सांसदों की निगरानी करेगी और अपनी रिपोर्ट दिल्ली में अमित शाह को भेजेगी.
भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी के कई विधायक और सांसद गुपचुप तरीके से तृणमूल कांग्रेस के संपर्क में हैं. साथ ही जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व क्रॉस वोटिंग की आशंका जता रहा है. समिति के गठन को उसी दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है. इस संबंध में दिल्ली में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि 2021 के पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों के बाद, टीएमसी से भाजपा में शामिल हुए कई नेता टीएमसी में लौट गए हैं. उन्होंने कहा कि अर्जुन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से बात करने के एक सप्ताह के भीतर टीएमसी में शामिल हो गए, वहीं कई नेता गुप्त रूप से टीएमसी से संवाद कर रहे हैं.
उधर, दिल्ली में बुधवार को जेपी नड्डा ने सांसदों से 100 बूथों का विश्लेषण करने को कहा. साथ ही पार्टी के हारे हुए 25 बूथों की जिम्मेदारी हर विधायक को दी गई है. उन्होंने कहा कि घर बैठे राजनीति नहीं की जा सकती, मुझे मैदान पर उतरना है. इस वजह से चार जगहों से रोजाना बूथ डिजिटल रिपोर्ट मिलेगी. वहीं केंद्र के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए राज्य विस्तृत कार्यक्रम तैयार करेगा. साथ ही रिपोर्ट में विफलता और सफलता दोनों के बारे में बताया जाएगा.
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