नई दिल्ली : अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान पूरे अफगानिस्तान में पैर जमाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. तालिबान द्वारा हिंसा और अत्याचार की अंतहीन घटनाएं वैश्विक चिंता का विषय बन गई हैं.
इस बीच अफगानिस्तान में तेजी से विकसित हो रही स्थिति के मद्देनजर अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकी नागरिकों से उपलब्ध वाणिज्यिक उड़ान विकल्पों का उपयोग करके तुरंत अफगानिस्तान छोड़ने का आग्रह किया है.
सुरक्षा स्थितियों और कम कर्मचारियों को देखते हुए अफगानिस्तान में अमेरिकी नागरिकों की सहायता करने के लिए दूतावास की क्षमता काबुल के भीतर भी बेहद सीमित है. अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास ने सूचित किया.
शुक्रवार को तालिबान लड़ाकों ने राजधानी काबुल में अफगानिस्तान सरकार के शीर्ष मीडिया और सूचना अधिकारी दावा खान मेनपाल की हत्या कर दी. इसके अलावा पत्रकारों के लापता होने की खबरें भी सामने आ रही हैं.
शुक्रवार को ही तालिबान ने निमरोज की प्रांतीय राजधानी जरांज शहर पर कब्जा कर लिया. जिससे यह पहली प्रांतीय राजधानी बन गई जिसे तालिबान विद्रोही समूह ने अफगान सरकार से छीन लिया है.
इस बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्धग्रस्त देश में जारी हिंसा को समाप्त करने के प्रयास तेज कर रहा है. अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के प्रमुख विशेष प्रतिनिधि डेबोरा लियोन्स ने अफगानिस्तान की स्थिति को एक खतरनाक मोड़ बताया और अफगानिस्तान के शहरों पर हमलों को समाप्त करने का आह्वान किया.
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उसने कहा कि तालिबान द्वारा इन शहरों में हमले शुरू करने के बाद से पिछले महीने अकेले हेरात कंधार और लस्करगाह में 1,000 से अधिक नागरिक हताहत हुए हैं.