बेंगलुरू : ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अमेजन 2025 तक भारत से 20 बिलियन डॉलर के प्रोडक्ट का निर्यात करेगी. यह कंपनी की ओर से निर्धारित लक्ष्य का दोगुना है. 2020 में अमेजन ने वादा किया था कि वह 2025 तक 10 बिलियन डॉलर का निर्यात भारत से करेगी. बुधवार को अमेजन ने बताया कि कंपनी की ग्लोबल सेलिंग के माध्यम से भारतीय के माइक्रो, स्मॉल और मीडियम इंटरप्राइजेज (MSME) निर्यात के मामले में 5 बिलियन डॉलर का जादुई आंकड़ा पार कर चुके हैं.
अमेज़न ने 'एक्सपोर्ट्स डाइजेस्ट 2022' कार्यक्रम के दौरान कहा कि ग्लोबल सेलिंग के जरिये भारतीय कंपनियों को एक अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य हासिल करने में तीन साल लग गए. मगर भारतीय एक्सपोर्टर्स ने अगले 17 महीनों में दो अरब डॉलर के सामान कर निर्यात किया. इस तरह भारतीय एमएसएमई कंपनियों ने निर्यात में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि एमएसएमई की एक्सपोर्ट कपैसिटी बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है. भारतीय एमएसएमई प्रोडक्ट को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सफलता दिलाने के लिए सपोर्ट दिया जा रहा है. अमेजन ने बताया कि ग्लोबल प्रोग्राम के जरिये सभी तरह की एमएसएमई कंपनियां अपनी पहचान बनाने में सफल रही हैं. 2015 में लॉन्च होने के बाद से देश में एक लाख से अधिक निर्यातक हो गए हैं. भारतीय प्रोडक्ट अमेज़न की 18 अंतरराष्ट्रीय वेबसाइटों के माध्यम से दुनिया भर में ग्राहकों की पसंद बन रहे हैं. अब 2025 तक ई-कॉमर्स का उपयोग कर भारत से निर्यात को 20 अरब डॉलर तक बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.
अमेजन के एसवीपी इंडिया और इमर्जिंग मार्केट्स के प्रमुख अमित अग्रवाल ने कहा कि कंपनी भारतीय एमएसएमई के लिए निर्यात को आसान बनाने के लिए सभी प्रमुख स्टेक होल्डर्स के साथ काम करना जारी रखेंगी. अमेज़ॅन ग्लोबल सेलिंग पर 1,000 से अधिक भारतीय निर्यातकों ने पिछले साल बिक्री में 1 करोड़ रुपये की बिक्री के लक्ष्य को हासिल किया है. कंपनी के अनुसार, 2021 में कई भारतीय उद्यमी और व्यवसायी विश्व स्तर पर सफल ब्रांडों के रूप में उभरे, जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट की लोकप्रियता का सबूत है.
(आईएएनएस)
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