ETV Bharat / bharat

टीएमसी नेताओं को लगाए गए कोविड टीके स्वास्थ्य कर्मियों के लिए थेः भाजपा

author img

By

Published : Jan 17, 2021, 8:39 PM IST

भाजपा ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं को कोरोना वायरस का टीका लगाया गया है, जो स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के लिए थे.

दिलीप घोष
दिलीप घोष

कोलकाता : भाजपा ने रविवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कई कार्यकर्ताओं को कोरोना वायरस का टीका लगाया गया है, जो स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के लिए थे. इस वजह से राज्य में टीके की खुराकें कम पड़ गईं.

पूर्व बर्द्धमान जिले में दो विधायकों समेत कई टीएमसी नेताओं को शनिवार को टीका लगाया गया है. शनिवार को ही कोरोना वायरस के खिलाफ राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है.

राज्य में कई स्वास्थ्य कर्मियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें टीका नहीं लग सका. हालांकि उन्हें टीका लगवाने के लिए बुलाया गया था.

प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा, 'केंद्र सरकार ने जो टीके भेजे थे, वे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के अन्य कर्मियों के लिए थे जो महामारी में समाज की सेवा कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, ' केंद्र सरकार ने देशभर में करीब साढ़े तीन करोड़ शीशियां भेजी हैं. ये खुराकें राजनीतिक नेताओं के लिए नहीं थी.'

घोष ने पत्रकारों से कहा, 'अगर टीका टीएमसी नेताओं को लगाया गया है तो (खुराकों की) कमी पड़ेगी.' उन्होंने कहा कि टीएमसी के कुछ नेताओं को अपनी जिंदगी का इतना डर है कि वे नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.

केंद्र सरकार का लक्ष्य पहले चरण में तीन करोड़ से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर डटे कर्मियों को मुफ्त टीका लगाने का है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने राज्य में टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए कोविड-19 टीके की 'अपर्याप्त आपूर्ति' करने पर शनिवार को नाखुशी जताई थी.

राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि बंगाल को पहले चरण में टीके की 10 लाख से ज्यादा खुराकें मिलनी चाहिए थी लेकिन अब तक 6.89 लाख खराकें ही मिली है.

राज्य में टीकाकरण अभियान के पहले दिन शनिवार को 15,707 लोगों को टीका लगाया गया है.

पढ़ें - फरवरी तक तीन करोड़ 'कोरोना योद्धाओं' के टीकाकरण का लक्ष्य : डॉ. हर्षवर्धन

टीएमसी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने रविवार को कहा , 'केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल को कोविड टीके की पर्याप्त आपूर्ति नहीं कर रही है. वह आपूर्ति पर नियंत्रण रख रही है. अगर जरूरत पड़ी तो राज्य सरकार हर व्यक्ति को टीका लगाने का खर्च वहन करेगी.'

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में शामिल नहीं हुई और पार्टी का सिर्फ एक ही एजेंडा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निजी हमले किए जाएं.

बंगाल में इस साल अप्रैल मई में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.

कोलकाता : भाजपा ने रविवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कई कार्यकर्ताओं को कोरोना वायरस का टीका लगाया गया है, जो स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के लिए थे. इस वजह से राज्य में टीके की खुराकें कम पड़ गईं.

पूर्व बर्द्धमान जिले में दो विधायकों समेत कई टीएमसी नेताओं को शनिवार को टीका लगाया गया है. शनिवार को ही कोरोना वायरस के खिलाफ राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है.

राज्य में कई स्वास्थ्य कर्मियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें टीका नहीं लग सका. हालांकि उन्हें टीका लगवाने के लिए बुलाया गया था.

प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा, 'केंद्र सरकार ने जो टीके भेजे थे, वे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के अन्य कर्मियों के लिए थे जो महामारी में समाज की सेवा कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, ' केंद्र सरकार ने देशभर में करीब साढ़े तीन करोड़ शीशियां भेजी हैं. ये खुराकें राजनीतिक नेताओं के लिए नहीं थी.'

घोष ने पत्रकारों से कहा, 'अगर टीका टीएमसी नेताओं को लगाया गया है तो (खुराकों की) कमी पड़ेगी.' उन्होंने कहा कि टीएमसी के कुछ नेताओं को अपनी जिंदगी का इतना डर है कि वे नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.

केंद्र सरकार का लक्ष्य पहले चरण में तीन करोड़ से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर डटे कर्मियों को मुफ्त टीका लगाने का है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने राज्य में टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए कोविड-19 टीके की 'अपर्याप्त आपूर्ति' करने पर शनिवार को नाखुशी जताई थी.

राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि बंगाल को पहले चरण में टीके की 10 लाख से ज्यादा खुराकें मिलनी चाहिए थी लेकिन अब तक 6.89 लाख खराकें ही मिली है.

राज्य में टीकाकरण अभियान के पहले दिन शनिवार को 15,707 लोगों को टीका लगाया गया है.

पढ़ें - फरवरी तक तीन करोड़ 'कोरोना योद्धाओं' के टीकाकरण का लक्ष्य : डॉ. हर्षवर्धन

टीएमसी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने रविवार को कहा , 'केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल को कोविड टीके की पर्याप्त आपूर्ति नहीं कर रही है. वह आपूर्ति पर नियंत्रण रख रही है. अगर जरूरत पड़ी तो राज्य सरकार हर व्यक्ति को टीका लगाने का खर्च वहन करेगी.'

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में शामिल नहीं हुई और पार्टी का सिर्फ एक ही एजेंडा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निजी हमले किए जाएं.

बंगाल में इस साल अप्रैल मई में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.