श्रीनगर: मीरवाइज उमर फारूक की अध्यक्षता वाली ऑल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस (APHC) ने सत्तारूढ़ अधिकारियों द्वारा श्रीनगर की जामा मस्जिद को जुमे की नमाज के लिए बार-बार बंद किए जाने की कड़ी निंदा की है. साथ में यह भी कहा गया कि जम्मू-कश्मीर सहित दुनियाभर के मुसलमानों की भावनाओं को आहत करने के लिए और देश में अपने निर्वाचन क्षेत्र को खुश करने के लिए, ये लोग इस्लाम के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हैं. हुर्रियत इस्लाम और हमारे पैगंबर के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता है.
ऑल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस ने कहा कि सभी धर्मों और धार्मिक हस्तियों के सम्मान और सम्मान में दृढ़ता से विश्वास करता है. यह वो तथ्य है जो सदियों से इस भूमि के लोगों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व से पैदा हुआ है. साथ ही यह भी कहा गया कि लोग अंदर और बाहर गंभीर दमन और धमकी के दौर से गुजर रहे हैं, और हमारा नेतृत्व करने वाले मीरवाइज उमर फारूक को जेल में डाल दिया गया है.
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वहीं दूसरी तरफ लोगों के साथ संचार के सभी चैनलों को अवरुद्ध कर दिया गया है और किसी भी स्थानीय समाचार पत्र, समाचार एजेंसी या सोशल मीडिया को हमारे बयान को प्रसारित करने की अनुमति नहीं है. और तो और स्थानीय पत्रकार, कारवां के शब्बीर तांत्रे को सच बोलने के लिए भी अधिकारियों द्वारा परेशान किया जा रहा है. एपीएचसी अधिकारियों की इस मनमानी की कड़ी निंदा करता है.