लखनऊ: लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में किसानों की मौत के बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) विपक्ष के खिलाफ मैदान में हैं. अखिलेश यादव मृतक किसानों के परिजनों से मिलकर उनका दुख साझा कर रहे हैं. खबर है कि शुक्रवार को अखिलेश बहराइच के बंजारनटॉडा और नानपारा में मृतक किसानों के घर मिलने जाएंगे. उनके प्रस्ताविक कार्यक्रम के तहत अखिलेश यादव 01:00 बजे शहीद किसान दलजीत सिंह को श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करने उनके आवास ग्राम बंजारनटॉडा, नानपारा जाएंगे. इसके बाद 01:45 बजे शहीद किसान गुरविंदर सिंह को श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करने उनके आवास रघुनाथपुर मोहरनियां जाएंगे.
लखीमपुर हिंसा में मृत किसानों के परिजनों को ढांढस बंधाने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को बहराइच आ रहे हैं. मृतक परिजनों को न्याय और सहायता की भी आस है. क्योंकि कल (गुरुवार) अखिलेश यादव जब लखीमपुर गए हुए थे. तब वहां पर मदद करने को लेकर मिडियाकर्मियों के सवाल पूछने पर उन्होंने कहा था कि जब सभी मृतक परिजनों से मिल लेंगे. उसके बाद ही हम फैसला लेंगे. उनके आगमन को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ कई बड़े सपा नेताओं के आने की संभावना जताई जा रही है. जिसके लिए शासन-प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. कानून व्यवस्था के मद्देनजर हर संभावित स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज जारी बयान में कहा कि पीड़ित परिवार न्याय चाहते हैं. मौजदूा सरकार के अन्दर अहंकार ज्यादा है. अखिलेश ने कहा अब तक नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? उन्होंने कहा हमें सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद है. सुप्रीम कोर्ट से ही गरीबों की मदद होगी और सच्चाई सामने आएगी. आरोपितों को सजा जरूर मिलेगी. बकौल सपा अध्यक्ष समाजवादी पार्टी पीड़ित परिजनों के साथ है. समाजवादी सरकार बनने पर पीड़ितों की ज्यादा से ज्यादा मदद होगी.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा से न्याय की उम्मीद नहीं है. नए वीडियो साक्ष्यों के बाद भी भाजपा सरकार को कुछ नजर नहीं आ रहा है. भाजपा सरकार की कथनी करनी में बहुत अंतर है. उन्हें सत्ता के दंभ का मोतियाबिंद हो गया है. लखीमपुर खीरी में किसानों को बर्बरता से कुचला गया. यह घटना किसानों के प्रति भाजपा सरकार के रवैए को दर्शाती है. अखिलेश यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी घटना की सिटिंग जज से न्यायिक जांच हो तभी पीड़ित किसान परिवारों को न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि एफआईआर के बाद भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई. यादव ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (Minister Ajay Mishra) अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं देते हैं? घटना का आरोप गृह राज्य मंत्री के बेटे पर है. क्या उनके पद पर रहते हुए पीड़ित किसान परिवारों को न्याय मिलेगा? अखिलेश यादव ने कहा कि याद कीजिए नोएडा में जिम ट्रेनर के साथ क्या हुआ था. गोरखपुर में व्यापारी के साथ क्या हुआ? लेकिन सरकार सही कार्रवाई नहीं कर रही है.
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गौरतलब है कि रविवार को किसान महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज के खेल मैदान में केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए थे. उन्होंने केंद्रीय मंत्री और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को काले झंडे दिखाने की योजना बनाई थी, जो एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वहां गए थे. जब किसान विरोध कर रहे थे, उसी समय आशीष मिश्रा की कार ने कथित तौर पर तेज गति से गुजरते हुए कई किसानों को कुचल दिया था, जिससे चार किसानों की मौके पर ही मौत हो गई थी. बाद में लखीमपुर खीरी में मौके पर ही हिंसा भड़क गई, जिसमें चार और लोगों की मौत हो गई.
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