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Sawan 2023 Special : अजमेर के इस शिवालय में भगवान शिव को सुनाई जाती है श्रद्धालुओं की अर्जी, जाने क्यों

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Published : Jul 4, 2023, 7:31 AM IST

Updated : Jul 4, 2023, 11:38 AM IST

अजमेर में महादेव का एक शिवालय ऐसा भी जहां भक्त आणि दुख परेशानियों से निदान और इच्छाओं की पूर्ति के लिए अर्जी देते हैं. नित्य पूजा के बाद यहां आई भक्तों की अर्जियों को मंदिर में भगवान शिव को पढ़कर सुनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि यहां पढ़ी गई अर्जी पर सुनवाई जरूर होती है. सावन मास में शिव भक्तों के लिए ईटीवी भारत की अजमेर में अद्भुत अर्जी वाले महादेव मंदिर की विशेष कवरेज.

अर्जी वाले बाबा के दरबार में सबकी अर्जी पर सुनवाई
अर्जी वाले बाबा के दरबार में सबकी अर्जी पर सुनवाई

इस शिवालय में भगवान शिव को सुनाई जाती है श्रद्धालुओं की अर्जी

अजमेर. सावन मास शुरू हो चुका है. देवों के देव महादेव के शिवालयों में भक्त पूजा अर्चना कर अपने आराध्य को मनाने में जुट गए है. शिव के हर प्राचीन मंदिर का अपना इतिहास और मान्यता है. ऐसा ही एक अद्भुत शिवालय अजमेर में है. पुष्कर रोड स्थित आयुर्वेद विभाग की राजकीय रसायनशाला परिसर में पीछे की ओर नए मंदिर में प्राचीन शिवलिंग विराजमान हैं. मुख्य सड़क से सवा 100 मीटर अंदर की ओर मंदिर होने के कारण ज्यादा लोगों को मंदिर के बारे में जानकारी नहीं है. लेकिन जिस व्यक्ति ने यहां मान्यता के अनुसार अपनी मन्नत कागज पर लिखकर अर्जी लगाई है उसका रिश्ता मंदिर से हमेशा हमेशा के लिए जुड़ जाता है. अर्जी वाले महादेव के नाम से विख्यात इस मंदिर में लोगों की गहरी आस्था है. मंदिर में बिराजे शिवलिंग रसायन शाला की भूमि पर पहले से हैं. बताया जाता है कि शिवलिंग 150 वर्ष पुराना है. यह शिवलिंग किसने स्थापित किया यह कोई नही जानता है.

अजमेर जिले में स्थित महादेव का मंदिर
अजमेर जिले में स्थित महादेव का मंदिर

मंदिर से पिछले 40 साल से जुड़े सूर्य प्रकाश कटारिया बताते हैं कि 40 साल पहले रसायन शाला के पीछे पुराना जर्जर मंदिर था. जिसकी वर्षो से कभी सफाई नहीं हुई थी और न ही पूजा होती थी. रसायन शाला के एक कर्मचारी ज्ञान प्रकाश कटारिया ने पहली बार जब मंदिर को देखा उनके मन में मंदिर की हो रही दुर्दशा को ठीक करने का भाव आया. बताया जाता है कि उस रात ही कटारिया को मंदिर की सफाई करने और पूजा अर्चना करने का सपना आया. उस दिन से कटारिया का जीवन ही बदल गया.

शिवालय में आई भक्तों की अर्जियां
शिवालय में आई भक्तों की अर्जियां

बता दें कि ज्ञान प्रकाश कटारिया जैन ओसवाल समाज से हैं लेकिन 40 साल से वह मंदिर में सेवाएं दे रहे हैं. उनकी श्रद्धा भाव को देखते रसायनशाला के अन्य कर्मचारी और लोग मंदिर से जुड़ते गए और मंदिर का जीर्णोद्धार होता गया. यहां महादेव से कृपा पाने वालों की कमी नहीं है. मंदिर में भक्त हर तरह से सहयोग करने को हमेशा तैयार रहते हैं. खास बात यह कि मंदिर में किसी भी तरह का कोई चढ़ावा नहीं लिया जाता है.

लोगों की अर्जी को पढ़ते पूजारी
लोगों की अर्जी को पढ़ते पूजारी

पढ़ें Sawan 2023 : आज से शुरू हो रहा है सावन का महीना, इन वजहों से खास है ये माह

सूर्य प्रकाश कटारिया कहते हैं कि यहां सीधा संबंध भक्त और भगवान का रहता है. भक्त आते हैं और अपनी मन्नत अर्जी की शक्ल में यहां छोड़ जाते हैं. ज्ञान प्रकाश कटारिया इन अर्जियों को अपने पास रखते हैं और सोमवार को महादेव की विधिवत पूजा अर्चना एवं श्रृंगार करने और भोग लगाने के बाद अर्जियों को शिवलिंग के सामने पढ़ते हैं. हालांकि मंदिर में सेवा कार्य अधिक होने पर कटारिया ने अर्जियां पढ़ने का काम अपने साथी सुभाष जैन को सौंप दिया है. जैन बताते हैं कि 40 वर्षो से मंदिर से उनका गहरा नाता है. उन्होंने बताया कि उनके सभी बिगड़े काम भोलेनाथ की कृपा से ही सुधरे हैं. ऐसे ही भोलेनाथ की कृपा भक्तों को यहां से मिलती रहती है.

मंदिर में अर्जियां पढ़ने वाले सुभाष जैन बताते हैं कि इस मंदिर का शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक माहौल हर आने वाले भक्त को रास आता है. सावन मास में सुबह से ही यहां जलाभिषेक और दुग्ध अभिषेक करने वाले भक्तों का तांता लगा रहता है. उन्होंने बताया कि शिवरात्रि के पर्व पर 2 दिन यहां मेला लगता है. मंदिर में वर्षो से नित्य आने वाले भक्तों की ओर से सहस्त्रधारा और श्रृंगार किया जाता है. हज़ारों लोगों के लिए यहां भोजन की व्यवस्था रहती है.

पिछले 15 सालों से नित्य मंदिर में आने वाले भक्त अनिल खंडेलवाल बताते है कि किसी का कोई काम न हो या बुद्धूक में है तो यहां आकर वह अर्जी लिखकर महादेव के चरणों में रख जाए. निश्चित रूप से अर्जी रखने वाले की मनोकामना पूर्ण होगी. मेरी खुद की इच्छाएं भी काफी पूरी हुई है. बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए मैंने अर्जी दी थी। अब मेरे दोनों बच्चे सीए बन गए हैं. उनकी मेहनत और मेरी आस्था का फल मिला कि दोनों बच्चे मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पद पर कार्यरत हैं.

खंडेलवाल बताते हैं कि वह रोजाना मंदिर आते हैं और खाना भी दर्शन करने के बाद ही खाते है. हर सोमवार को काफी संख्या में भक्त यहां आते हैं. सावन माह में रोजाना श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. साथ ही कहते हैं कि मंदिर के प्रति भक्तों की आस्था गहरी है. जाहिर है अर्जी वाले बाबा के दरबार में सबकी अर्जी पर सुनवाई होती है और श्रद्धालु को शिव कृपा मिल रही है.

इस शिवालय में भगवान शिव को सुनाई जाती है श्रद्धालुओं की अर्जी

अजमेर. सावन मास शुरू हो चुका है. देवों के देव महादेव के शिवालयों में भक्त पूजा अर्चना कर अपने आराध्य को मनाने में जुट गए है. शिव के हर प्राचीन मंदिर का अपना इतिहास और मान्यता है. ऐसा ही एक अद्भुत शिवालय अजमेर में है. पुष्कर रोड स्थित आयुर्वेद विभाग की राजकीय रसायनशाला परिसर में पीछे की ओर नए मंदिर में प्राचीन शिवलिंग विराजमान हैं. मुख्य सड़क से सवा 100 मीटर अंदर की ओर मंदिर होने के कारण ज्यादा लोगों को मंदिर के बारे में जानकारी नहीं है. लेकिन जिस व्यक्ति ने यहां मान्यता के अनुसार अपनी मन्नत कागज पर लिखकर अर्जी लगाई है उसका रिश्ता मंदिर से हमेशा हमेशा के लिए जुड़ जाता है. अर्जी वाले महादेव के नाम से विख्यात इस मंदिर में लोगों की गहरी आस्था है. मंदिर में बिराजे शिवलिंग रसायन शाला की भूमि पर पहले से हैं. बताया जाता है कि शिवलिंग 150 वर्ष पुराना है. यह शिवलिंग किसने स्थापित किया यह कोई नही जानता है.

अजमेर जिले में स्थित महादेव का मंदिर
अजमेर जिले में स्थित महादेव का मंदिर

मंदिर से पिछले 40 साल से जुड़े सूर्य प्रकाश कटारिया बताते हैं कि 40 साल पहले रसायन शाला के पीछे पुराना जर्जर मंदिर था. जिसकी वर्षो से कभी सफाई नहीं हुई थी और न ही पूजा होती थी. रसायन शाला के एक कर्मचारी ज्ञान प्रकाश कटारिया ने पहली बार जब मंदिर को देखा उनके मन में मंदिर की हो रही दुर्दशा को ठीक करने का भाव आया. बताया जाता है कि उस रात ही कटारिया को मंदिर की सफाई करने और पूजा अर्चना करने का सपना आया. उस दिन से कटारिया का जीवन ही बदल गया.

शिवालय में आई भक्तों की अर्जियां
शिवालय में आई भक्तों की अर्जियां

बता दें कि ज्ञान प्रकाश कटारिया जैन ओसवाल समाज से हैं लेकिन 40 साल से वह मंदिर में सेवाएं दे रहे हैं. उनकी श्रद्धा भाव को देखते रसायनशाला के अन्य कर्मचारी और लोग मंदिर से जुड़ते गए और मंदिर का जीर्णोद्धार होता गया. यहां महादेव से कृपा पाने वालों की कमी नहीं है. मंदिर में भक्त हर तरह से सहयोग करने को हमेशा तैयार रहते हैं. खास बात यह कि मंदिर में किसी भी तरह का कोई चढ़ावा नहीं लिया जाता है.

लोगों की अर्जी को पढ़ते पूजारी
लोगों की अर्जी को पढ़ते पूजारी

पढ़ें Sawan 2023 : आज से शुरू हो रहा है सावन का महीना, इन वजहों से खास है ये माह

सूर्य प्रकाश कटारिया कहते हैं कि यहां सीधा संबंध भक्त और भगवान का रहता है. भक्त आते हैं और अपनी मन्नत अर्जी की शक्ल में यहां छोड़ जाते हैं. ज्ञान प्रकाश कटारिया इन अर्जियों को अपने पास रखते हैं और सोमवार को महादेव की विधिवत पूजा अर्चना एवं श्रृंगार करने और भोग लगाने के बाद अर्जियों को शिवलिंग के सामने पढ़ते हैं. हालांकि मंदिर में सेवा कार्य अधिक होने पर कटारिया ने अर्जियां पढ़ने का काम अपने साथी सुभाष जैन को सौंप दिया है. जैन बताते हैं कि 40 वर्षो से मंदिर से उनका गहरा नाता है. उन्होंने बताया कि उनके सभी बिगड़े काम भोलेनाथ की कृपा से ही सुधरे हैं. ऐसे ही भोलेनाथ की कृपा भक्तों को यहां से मिलती रहती है.

मंदिर में अर्जियां पढ़ने वाले सुभाष जैन बताते हैं कि इस मंदिर का शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक माहौल हर आने वाले भक्त को रास आता है. सावन मास में सुबह से ही यहां जलाभिषेक और दुग्ध अभिषेक करने वाले भक्तों का तांता लगा रहता है. उन्होंने बताया कि शिवरात्रि के पर्व पर 2 दिन यहां मेला लगता है. मंदिर में वर्षो से नित्य आने वाले भक्तों की ओर से सहस्त्रधारा और श्रृंगार किया जाता है. हज़ारों लोगों के लिए यहां भोजन की व्यवस्था रहती है.

पिछले 15 सालों से नित्य मंदिर में आने वाले भक्त अनिल खंडेलवाल बताते है कि किसी का कोई काम न हो या बुद्धूक में है तो यहां आकर वह अर्जी लिखकर महादेव के चरणों में रख जाए. निश्चित रूप से अर्जी रखने वाले की मनोकामना पूर्ण होगी. मेरी खुद की इच्छाएं भी काफी पूरी हुई है. बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए मैंने अर्जी दी थी। अब मेरे दोनों बच्चे सीए बन गए हैं. उनकी मेहनत और मेरी आस्था का फल मिला कि दोनों बच्चे मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पद पर कार्यरत हैं.

खंडेलवाल बताते हैं कि वह रोजाना मंदिर आते हैं और खाना भी दर्शन करने के बाद ही खाते है. हर सोमवार को काफी संख्या में भक्त यहां आते हैं. सावन माह में रोजाना श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. साथ ही कहते हैं कि मंदिर के प्रति भक्तों की आस्था गहरी है. जाहिर है अर्जी वाले बाबा के दरबार में सबकी अर्जी पर सुनवाई होती है और श्रद्धालु को शिव कृपा मिल रही है.

Last Updated : Jul 4, 2023, 11:38 AM IST
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