नई दिल्ली : हैदराबाद के सांसद तथा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में महंगाई के लिए भाजपा नहीं बल्कि मुगल जिम्मेदार हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'अगर ताजमहल नहीं होता, तो आज पेट्रोल की कीमत 40 रुपये प्रति लीटर होती.'
ओवैसी ने एक जनसभा में कहा कि सत्तारूढ़ दल पर देश की सभी समस्याओं के लिए मुगलों और मुस्लिमों को जिम्मेदार ठहरा रही है. उन्होंने कहा, 'देश में युवा बेरोजगार हैं, महंगाई बढ़ रही है, डीजल 102 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, वास्तव में औरंगजेब ही इस सब के लिए जिम्मेदार हैं, (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी नहीं. बेरोजगारी के लिए सम्राट अकबर जिम्मेदार है. पेट्रोल की कीमत आज 104 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जिसके लिए वह जिम्मेदार है, जिसने ताजमहल बनवाया है.'
-
देश में महंगाई, बेरोज़गारी, और बढ़ती पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों का ज़िम्मेदार @narendramodi नहीं, मुग़ल हैं😜 - Barrister @asadowaisi https://t.co/KLDrUaOwMz
— AIMIM (@aimim_national) July 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">देश में महंगाई, बेरोज़गारी, और बढ़ती पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों का ज़िम्मेदार @narendramodi नहीं, मुग़ल हैं😜 - Barrister @asadowaisi https://t.co/KLDrUaOwMz
— AIMIM (@aimim_national) July 4, 2022देश में महंगाई, बेरोज़गारी, और बढ़ती पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों का ज़िम्मेदार @narendramodi नहीं, मुग़ल हैं😜 - Barrister @asadowaisi https://t.co/KLDrUaOwMz
— AIMIM (@aimim_national) July 4, 2022
ओवैसी ने यह भी कहा, 'अगर उसने ताजमहल नहीं बनवाया होता, तो आज पेट्रोल की कीमत 40 रुपये प्रति लीटर होती. उन्होंने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री जी, मैं स्वीकार करता हूं कि उसने (शाहजहां ने) ताजमहल और लाल किला बनवाकर गलती की थी. उसे उस पैसे को बचाकर रखना चाहिए था, ताकि 2014 में यह मोदी जी को सौंप दिया जाता. हर मुद्दे पर वे कहते हैं कि मुसलमान जिम्मेदार हैं, मुगल जिम्मेदार हैं.'
उन्होंने कहा, 'भारत के इतिहास में क्या केवल मुगलों ने भारत पर शासन किया था, क्या अशोक या चंद्रगुप्त मौर्य की हुकुम्मत नहीं थी. लेकिन भाजपा सरकार को सिर्फ मुगल ही नजर आते हैं. एक आंख में मुगल और दूसरी आंख में पाकिस्तान ही उन्हें दिखता है.'
ओवैसी ने आगे कहा, 'भारत के मुसलमानों का मुगल या पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है. हमने जिन्ना का पैगाम को ठुकरा दिया और देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं. इस देश के 20 करोड़ मुसलमान इस बात के गवाह हैं कि उनके पूर्वजों ने पाकिस्तान के पैगाम को ठुकराया और भारत में ही रहे. भारत हमारा देश है. हम भारत नहीं छोड़ेंगे. आप चाहे कितने भी नारे लगा लें, हमें जाने के लिए कहें. हम यहीं रहेंगे और इसी मिट्टी में दफन होंगे.'