जयपुर. राजस्थान में मुसलमानों की हालत बेहद खराब है. यह आरोप ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को मुस्लिम समाज की आर्थिक हालात, शिक्षा, स्वास्थ्य और सियासी स्थिति पर एक सर्वे रिपोर्ट पेश करते हुए लगाए. इस दौरान ओवैसी ने एनकाउंटर को लेकर भी अपनी बात रखी. वहीं, जयपुर बम ब्लास्ट केस में राजस्थान सरकार के सुप्रीम कोर्ट में SLP दायर करने के फैसले पर भी सवाल उठाए.
हाल ही में जयपुर बम ब्लास्ट केस के अभियुक्तों को हाईकोर्ट से राहत मिली है. लेकिन राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का फैसला लिया है. जिस पर जयपुर पहुंचे एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ने कहा कि जो मुसलमानों के ठेकेदार और चौधरी बने हैं, वो मौकापरस्त लोग हैं. जबकि कोर्ट ने यह स्पष्ट कहा कि इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने सही इन्वेस्टिगेट नहीं किया. कोर्ट ने यह नहीं कहा कि इनको बेनिफिट ऑफ डाउट मिला है. ऐसे में उन पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड क्यों नहीं किया गया, उनका पेंशन रोका जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि ये सवाल लाजमी है, लेकिन ये सवाल मुख्यमंत्री और कांग्रेस के मुस्लिम विधायकों से पूछा जाना चाहिए.
कैसे भारत बनेगा ताकतवरः इस दौरान उन्होंने कहा कि इस देश में सबसे कमजोर दलित, आदिवासी और मुसलमान हैं. इस देश को यदि चीन से मुकाबला करना है, सुपर पावर बनना है तो जब तक 14 फीसदी मुसलमान को उठाएंगे नहीं, जब तक उन्हें दबाते रहेंगे, उनके बच्चों को पढ़ने नहीं देंगे, झूठे इल्जाम में जेलों में डालेंगे, एनकाउंटर करते रहेंगे तो भारत ताकतवर कैसे बनेगा?. हम इसी के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने राजस्थान के मुसलमानों को नसीहत देते हुए कहा कि जब मुसलमान बच्चों को हाईकोर्ट से रिहाई मिलती है तो राजस्थान की सरकार सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला करती है. इस पर कांग्रेस के मुसलमान लीडर क्यों नहीं बोलते हैं?.
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तब अपील क्यों नहीं कीः ओवैसी ने कहा कि बाड़मेर में हुई रैली के लिए तो ये कह दिया गया कि भीड़ पाकिस्तान से आई है. इतने लोगों को वीजा क्या अमित शाह ने दिया था. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान की सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस और सीएम से पूछना चाहते हैं कि जब अजमेर में बम ब्लास्ट हुआ तो उसमें दो आरएसएस के वर्कर्स को कनविक्शन आया, तब अपील क्यों नहीं की गई. उनका पेरोल क्यों नहीं कैंसिल किया गया.
मुसलमानों को जमीन नहीं देतेः इस दौरान ओवैसी ने एक सर्वे रिपोर्ट पेश करते हुए आरोप लगाया कि जो सत्ता में थे, उन्होंने मुसलमान को गुलाम बना दिया. राजस्थान में मुसलमानों को जमीन नहीं देते हैं. समाज के दो फीसदी लोग ग्रेजुएट हैं, सबसे ज्यादा ड्रॉपआउट रेट मुसलमानों की है, क्यों मुसलमानों की बिरादरियों को रिजर्वेशन नहीं दिया जाता?. ओवैसी ने आगे कहा कि वे इन बिन्दुओं को लेकर सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात करना चाहते हैं, अगर सीएम समय देंगे तो वो इस रिपोर्ट के साथ उनसे मिलेंगे.
एनकाउंटर पर यह बोले ओवैसीः वहीं, यूपी में हुए एनकाउंटर पर ओवैसी ने कहा कि वो हमेशा से एनकाउंटर के खिलाफ रहे हैं. तथाकथित एनकाउंटर से रूल ऑफ लॉ कमजोर होता है. कातिलों में और कानून से जुड़े लोगों में फिर फर्क ही क्या रह जाएगा?. उन्होंने कहा कि गांधी के कातिल को भी गोली नहीं मारी गई थी. इंदिरा गांधी के कातिल का भी एनकाउंटर नहीं हुआ था. वहीं, राजीव गांधी को बम से उड़ाने वालों का भी एनकाउंटर नहीं किया गया. यदि एनकाउंटर को कोई सेलिब्रेट कर रहा है तो ये इंसानियत का मजाक हो रहा है. उनकी लड़ाई संविधान की लड़ाई है. इस दौरान एआईएमआईएम चीफ ने कहा कि हिंदू राष्ट्र की बात वही लोग कर रहे हैं, जिनका ताल्लुक भाजपा और संघ से है.
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वहीं, एनसीईआरटी के कोर्स में बदलाव के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने सभी आईआईटी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस की बुनियाद रखी थी. आज उन्हीं का नाम निकाल दिया गया है तो ये सिर्फ जलन की भावना को प्रदर्शित करता है. आगे उन्होंने कहा कि गांधी को इसलिए मार दिया गया, क्योंकि वो हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए काम करते थे. उन्हें भी किताबों से निकाल दिया गया, जो लोकतंत्र पर खुद ही एक चैप्टर हैं. अब निकालने वालों को बड़ी शर्मिंदगी है कि हमारा तो कोई रोल था ही नहीं, इसलिए बाकी सब को पाठ्यक्रम से निकाल रहे हैं. लेकिन बच्चों को सब कुछ पढ़ने दीजिए, उसके बाद ही वो तय करेंगे.
इस दौरान उन्होंने सचिन पायलट को लेकर कहा कि वह उनके दोस्त हैं, लेकिन वो अपना पॉलिटिकल फ्यूचर खुद तय करेंगे. साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि नरेंद्र मोदी को 2024 में दोबारा सत्ता में आने से रोकना है तो आईडियोलॉजी की बुनियाद पर पॉलिटिकल मुकाबला होना चाहिए. वहीं, उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से लेकर महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम तक के आईडियोलॉजी पर सवाल उठाए और कहा कि आईडियोलॉजी पर मुकाबला होगा, तभी भाजपा को रोक सकेंगे.