चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी अन्नाद्रमुक के नेताओं ने राज्य सरकार के एक फैसले के खिलाफ मंगलवार को चेन्नई में प्रदर्शन किया. अन्नाद्रमुक के नेता हाल ही में गठित डॉ. जे. जयललिता विश्वविद्यालय का अन्नामलाई विश्वविद्यालय में विलय करने के द्रमुक सरकार के फैसले का विरोध कर रहे थे.
इस दौरान पुलिस ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ. पनीरसेल्वम और पार्टी के अन्य विधायकों को सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने के आरोप में हिरासत में ले लिया.
राज्य सरकार द्वारा तमिलनाडु विश्वविद्यालय कानून (संशोधन और निरसन) विधेयक 2021 पेश करने के तुरंत बाद अन्नाद्रमुक के विधायकों ने विधानसभा से बहिष्कार किया, सड़कों पर धरना दिया और नारेबाजी की. पुलिस अन्नाद्रमुक विधायकों को पास के एक हॉल में ले गई और उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
तत्कालीन अन्नाद्रमुक सरकार ने डॉ. जे जयललिता विश्वविद्यालय और विल्लुपुरम, कल्लाकुरुची और कुड्डालोर में स्थित कॉलेजों को मान्यता देने के लिए एक कानून पारित किया था. नए विश्वविद्यालय की स्थापना वेल्लोर स्थित तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय को विभाजित करके की गई थी.
तमिलनाडु की द्रमुक सरकार ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के नाम पर बनाए गए एक विश्वविद्यालय को अन्नामलाई विश्वविद्यालय के साथ विलय करने का फैसला किया है. अन्नाद्रमुक के विधायकों ने इस फैसले के खिलाफ विधानसभा से वॉकआउठ किया और बाहर आकर सड़क पर प्रदर्शन किया.
(एजेंसी)