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अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने किया मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़, दंपति गिरफ्तार, बच्ची बरामद

गुजरात के अहमदाबाद में क्राइम ब्रांच ने मानव तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक दंपति को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से पुलिस ने एक बच्ची को बरामद किया है.

human trafficking racket
मानव तस्करी रैकेट
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Published : Jan 10, 2023, 6:38 PM IST

अहमदाबाद: क्राइम ब्रांच ने अहमदाबाद के एसपी रिंग रोड में मानव तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश किया है. क्राइम ब्रांच की टीम ने ठाणे से एक जोड़े को एक नवजात बच्चे को बेचने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया. पुलिस का मानना है कि इस गिरफ्तारी के साथ मानव तस्करी का एक बड़ा रैकेट सामने आ सकता है. पुलिस का कहना है कि यह दंपति महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. इन्हें एसपी रिंग रोड राणासन की रेलवे क्रॉसिंग से गिरफ्तार किया गया.

बता दें कि कालूपुर में मानव तस्करी के मामले में महाराष्ट्र से गिरफ्तार दो आरोपियों की पूछताछ में क्राइम ब्रांच को यह जानकारी मिली थी कि उस अपराध में शामिल ये आरोपी एक और तस्करी के लिए गुजरात आ रहे हैं. इस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच ने जाल बिछाकर इस दंपति को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान बिपिन उर्फ ​​बंटी शिरसाद और मोनिका बिपिन शिरसाद के तौर पर हुई है.

इनके पास से 10 से 15 दिन का एक नवजात शिशु बरामद किया गया. इस मामले में आरोपी व आरोपी के माता-पिता दोनों ने बताया कि नवजात बच्ची को हिम्मतनगर से रेशमभाई राठौर नामक व्यक्ति के माध्यम से 2,10,000 रुपये में खरीदा गया था. आरोपी इस नवजात बच्चे को मुख्य एजेंट उमा बोम्मदा को बेचने जा रहे थे. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से गहराई से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी खुद सब-एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे.

इस मामले की मुख्य एजेंट हैदराबाद की उमा नाम की महिला है, जिसने इस बच्चे को 5 लाख रुपये में एक व्यक्ति से बेचने का सौदा किया था. अब क्राइम ब्रांच ने अलग-अलग टीमें बनाकर हैदराबाद के मुख्य एजेंट को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया है. वहीं हिम्मतनगर में आरोपी को बच्चा बेचने वाले आरोपी रेशमाभाई राठौर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.

आरोपियों की जांच में पता चला कि वे बच्चों के लिए एक विशेष कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे थे. इसी तरह कोड वर्ड का इस्तेमाल कर गुजरात से महाराष्ट्र और महाराष्ट्र से आंध्र प्रदेश में बच्चों की तस्करी का पूरा रैकेट लंबे समय से चल रहा था. फरवरी 2022 में दर्ज मानव तस्करी के मामले में गोमतीपुर थाना पुलिस ने हैदराबाद से अनुषा उर्फ ​​नंदी मुदावत नाम की महिला को गिरफ्तार किया था, जो महिला आरोपी के संपर्क में भी आई थी.

पढ़ें: तमिलनाडु: YouTube पर विडियो देख 6 नाबालिगों ने देसी बम बनाकर फोड़ा, धमाके में वैन क्षतिग्रस्त

गिरफ्तार आरोपी महाराष्ट्र के ठाणे में रहता है और वहां एक एनजीओ चला रहा था, लेकिन मुख्य रूप से बाल तस्करी एजेंट के रूप में काम कर रहा था. साल 2020 में महाराष्ट्र के मलाड स्थित मालवानी थाने में भी बाल तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बाल तस्करी के पूरे रैकेट में तीन राज्यों महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश का कनेक्शन सामने आने के बाद अब अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने आगे की जांच शुरू कर दी है.

अहमदाबाद: क्राइम ब्रांच ने अहमदाबाद के एसपी रिंग रोड में मानव तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश किया है. क्राइम ब्रांच की टीम ने ठाणे से एक जोड़े को एक नवजात बच्चे को बेचने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया. पुलिस का मानना है कि इस गिरफ्तारी के साथ मानव तस्करी का एक बड़ा रैकेट सामने आ सकता है. पुलिस का कहना है कि यह दंपति महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. इन्हें एसपी रिंग रोड राणासन की रेलवे क्रॉसिंग से गिरफ्तार किया गया.

बता दें कि कालूपुर में मानव तस्करी के मामले में महाराष्ट्र से गिरफ्तार दो आरोपियों की पूछताछ में क्राइम ब्रांच को यह जानकारी मिली थी कि उस अपराध में शामिल ये आरोपी एक और तस्करी के लिए गुजरात आ रहे हैं. इस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच ने जाल बिछाकर इस दंपति को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान बिपिन उर्फ ​​बंटी शिरसाद और मोनिका बिपिन शिरसाद के तौर पर हुई है.

इनके पास से 10 से 15 दिन का एक नवजात शिशु बरामद किया गया. इस मामले में आरोपी व आरोपी के माता-पिता दोनों ने बताया कि नवजात बच्ची को हिम्मतनगर से रेशमभाई राठौर नामक व्यक्ति के माध्यम से 2,10,000 रुपये में खरीदा गया था. आरोपी इस नवजात बच्चे को मुख्य एजेंट उमा बोम्मदा को बेचने जा रहे थे. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से गहराई से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी खुद सब-एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे.

इस मामले की मुख्य एजेंट हैदराबाद की उमा नाम की महिला है, जिसने इस बच्चे को 5 लाख रुपये में एक व्यक्ति से बेचने का सौदा किया था. अब क्राइम ब्रांच ने अलग-अलग टीमें बनाकर हैदराबाद के मुख्य एजेंट को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया है. वहीं हिम्मतनगर में आरोपी को बच्चा बेचने वाले आरोपी रेशमाभाई राठौर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.

आरोपियों की जांच में पता चला कि वे बच्चों के लिए एक विशेष कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे थे. इसी तरह कोड वर्ड का इस्तेमाल कर गुजरात से महाराष्ट्र और महाराष्ट्र से आंध्र प्रदेश में बच्चों की तस्करी का पूरा रैकेट लंबे समय से चल रहा था. फरवरी 2022 में दर्ज मानव तस्करी के मामले में गोमतीपुर थाना पुलिस ने हैदराबाद से अनुषा उर्फ ​​नंदी मुदावत नाम की महिला को गिरफ्तार किया था, जो महिला आरोपी के संपर्क में भी आई थी.

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गिरफ्तार आरोपी महाराष्ट्र के ठाणे में रहता है और वहां एक एनजीओ चला रहा था, लेकिन मुख्य रूप से बाल तस्करी एजेंट के रूप में काम कर रहा था. साल 2020 में महाराष्ट्र के मलाड स्थित मालवानी थाने में भी बाल तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बाल तस्करी के पूरे रैकेट में तीन राज्यों महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश का कनेक्शन सामने आने के बाद अब अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने आगे की जांच शुरू कर दी है.

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