नई दिल्ली : देश के कुछ हिस्सों में अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों द्वारा रेलवे की संपत्तियों पर हमले के बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को सभी से किसी भी हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने और रेलवे की संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की. मीडिया से बातचीत करते हुए रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि रेलवे हमारी राष्ट्रीय संपत्ति है और इसकी सुरक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है. मैं सभी से किसी भी हिंसक विरोध में शामिल नहीं होने और रेलवे की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील करता हूं. रेलवे देश की संपत्ति है और यह आपकी सेवा के लिए ही है.
सशस्त्र बलों में नई भर्ती योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. कुछ जगहों पर, विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए क्योंकि ट्रेनों में आग लगा दी गई. इसी बीच तेलंगाना के सिकंदराबाद में शुक्रवार को नई घोषित सैन्य भर्ती नीति, अग्निपथ के विरोध में हिंसक रूप से एक व्यक्ति की मौत हो गई. इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने बिहार के समस्तीपुर में एक ट्रेन के डिब्बों और लखीसराय स्टेशन पर एक अन्य ट्रेन के डिब्बों में आग लगा दी.
बता दें कि सरकार द्वारा 14 जून को सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव लाने के प्रयास में अग्निपथ योजना शुरू की गई थी. नई सैन्य भर्ती योजना को विपक्ष द्वारा विरोध का सामना करना पड़ रहा है, केंद्र ने अग्निवीरों की भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा में बदलाव लाने का फैसला किया है. एकमुश्त छूट देते हुए, केंद्र ने 16 जून, 2022 को घोषणा की कि अग्निपथ योजना के माध्यम से भर्ती के लिए अग्निवीर की ऊपरी आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी गई है. अग्निपथ योजना के तहत चुने गए युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा. अग्निपथ देशभक्त और प्रेरित युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति देता है.
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एएनआई