अहमदाबाद: दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र के कई इलाकों में भारी बारिश जारी है. बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. आलम यह है कि न सिर्फ शहरों की गलियां और सड़कें बल्कि नेशनल हाईवे को भी काफी नुकसान हुआ है. भारी बारिश के कारण वापी-सिलवासा राष्ट्रीय राजमार्ग-48 गड्ढों से भर गया है. गुजरात के बारिश प्रभावित इलाकों से कम से कम 1,300 लोगों को बचाया गया है, जिसमें से एक दिन में 811 लोगों को गुजरात के नवसारी जिले से बचाया गया है.
शनिवार को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. इस ऑपरेशन में सभी को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कोस्ट गार्ड, एनडीआरएफ और स्थानीय तैराकों ने रात भर मेहनत की. नवसारी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। अधिक टीमें स्टैंडबाय पर हैं और केंद्र के साथ समन्वय चल रहा है. सूरत नगर निगम के 200 कार्यकर्ताओं की एक टीम ने 'ऑपरेशन निरामया' के तहत नवसारी जिले में छह जेसीबी, पांच डिवाटरिंग पंप, टिपर ट्रक, सफाई, कीचड़ हटाने और दवा छिड़काव के लिए 47 से अधिक गोल्फ मशीन तैनात की हैं.
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इसके अलावा रोग की रोकथाम और नियंत्रण के लिए नवसारी जिले के प्रभावित क्षेत्रों में 40 स्वास्थ्य टीमों को भी तैनात किया गया है. बारिश प्रभावित इलाकों से 14,900 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. गुजरात में अब तक अच्छी बारिश हुई है. राज्य के 207 जलाशयों में शनिवार तक 50.92 फीसदी जल संग्रहण था. राज्य के जीवनदायिनी सरदार सरोवर बांध में 1,69,139 एमसीएफटी यानी कुल भंडारण क्षमता का 50.63 प्रतिशत भंडार किया गया है. राज्य जल संसाधन विभाग के बाढ़ प्रकोष्ठ को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 206 जलाशयों में 3,02,397 एमसीएफटी यानी कुल जल संग्रहण क्षमता का 54.18 प्रतिशत बहाल भर गया है.