नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Union Health Secretary Rajesh Bhushan) ने कोविड-19 के ओमीक्रोन वेरिएंट के तेजी से प्रसार को रोकने के लिए बुधवार को विभिन्न राज्य सरकारों के साथ 15-18 वर्ष की आयु के पात्र किशोरों को कोविड टीकाकरण में तेजी लाने पर चर्चा की.
बैठक में महाराष्ट्र, केरल, पंजाब के स्वास्थ्य सचिव समेत अन्य लोग मौजूद थे. बैठक की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि सभी राज्य सरकारों को विभिन्न आयु वर्ग की सभी पात्र आबादी के लिए टीकाकरण में तेजी लाने के लिए कहा गया है.
स्वास्थ्य सचिव ने इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है. केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि टीकों के जरिये लाभार्थियों को पूरी सुरक्षा प्रदान करने के लिए कोविड टीकाकरण कार्यक्रम को समय पर पूरा करना महत्वपूर्ण है, इसलिये वे किशोरों को दूसरी खुराक दिये जाने की रोजाना समीक्षा करें.
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र मे केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि किशोर आबादी और उनकी देखभाल करने वालों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक अनुकूल संचार रणनीति भी तैयार की जानी चाहिए, ताकि उन्हें टीकाकरण को समय पर पूरा कराने और टीके पर विश्वास को बनाए रखने के बारे में जागरूक किया जा सके.
भूषण ने कहा, 'मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप संबंधित अधिकारियों को 15-18 वर्ष की आयु के लाभार्थियों को दूसरी खुराक देने के मामले में तेजी लाने का निर्देश दें. साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि जिनकी एक खुराक बची है, वे इसे समय पर प्राप्त करें.'
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भूषण ने कहा कि टीकों के जरिये लाभार्थियों को कोविड -19 से पूरी सुरक्षा प्रदान करने के लिये टीकाकरण कार्यक्रम को समय पर पूरा करना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, 'यह महत्वपूर्ण है कि राज्य / केंद्रशासित प्रदेश किशोरों को टीके की दूसरी खुराक देने के मामले की अपने स्तर पर दैनिक समीक्षा करें और इसी तरह जिला स्तर पर भी समीक्षा की जाए.'
15 से 17 साल के किशोरों का टीकाकरण 3 जनवरी को शुरू हुआ था और अब तक एक महीने से भी कम समय में 63 प्रतिशत किशोरों को पहली खुराक दी जा चुकी है.