ETV Bharat / bharat

अमूल का मुकाबला करने के लिए किसानों को ज्यादा पैसे देगा आविन

तमिलनाडु स्टेट मिल्क कॉपरेटिव ने अमूल का मुकाबला करने के लिए किसानों को अधिक पैसे देने का फैसला किया है. हाल ही में अमूल ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की सीमा पर एक प्लांट बिठाने की घोषणा की थी. इसके बाद तमिलनाडु में आविन की मार्केटिंग पर प्रभाव पड़ने की खबरें आने लगी थीं. मामले से चिंतत सीएम ने खुद गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी तक लिख डाली.

amul versus AAVIN
अमूल वर्सेस आविन
author img

By

Published : May 29, 2023, 7:49 PM IST

चेन्नई : तमिलनाडु सरकार द्वारा नियंत्रित दुग्ध सहकारी आविन दूध खरीद मूल्य बढ़ाने जा रहा है. इसकी घोषणा सोमवार को की गई. एक तरह से यह गुजरात के दुग्ध सहकारी अमूल से पैदा होने वाले खतरे के खिलाफ कदम है. अमूल तमिलनाडु के किसानों से दूध खरीदकर और आंध्र प्रदेश में तमिलनाडु सीमा के पास एक प्लांट स्थापित कर आक्रामक रूप से तमिलनाडु के बाजार में प्रवेश करने जा रहा है.

तमिलनाडु के डेयरी विकास मंत्री मनो थंगराज ने बताया कि आविन विक्रेताओं से दूध की खरीद के संबंध में पहले भी कुछ समस्याओं को ठीक करने के लिए कई उपाय किए गए थ. उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन की लागत को ध्यान में रखते हुए और उनके कल्याण की रक्षा के लिए किसानों को उचित मूल्य प्रदान करने के लिए उचित उपाय किए जाएंगे. मंत्री ने कहा कि आविन प्रबंधन, कम्प्यूटरीकरण और स्वचालन, मशीनीकरण और सहकारी समितियों और पशुधन के कल्याण के रखरखाव में सुधार के उपाय किए जाएंगे.

आविन प्रबंधन को निर्देश दिया जा रहा है कि दुग्ध किसानों के ऋण को वर्तमान 90 दिनों से कम किया जाए. अमूल दूध की खरीद पर 10 दिनों के भीतर भुगतान का वादा कर रहा है. गौरतलब है कि किसानों और सहकारी समितियों को दूध खरीद का पैसा क्रेडिट करने के लिए आविन वर्तमान में 90 दिनों का समय ले रहा है. दुग्ध किसान संघ के नेताओं ने यह भी कहा कि आविन प्रबंधन को मुख्यमंत्री पर प्रभाव डालना चाहिए कि वे अमूल को तमिलनाडु में एक सहकारी के रूप में काम करने की अनुमति न दें.

चेन्नई : तमिलनाडु सरकार द्वारा नियंत्रित दुग्ध सहकारी आविन दूध खरीद मूल्य बढ़ाने जा रहा है. इसकी घोषणा सोमवार को की गई. एक तरह से यह गुजरात के दुग्ध सहकारी अमूल से पैदा होने वाले खतरे के खिलाफ कदम है. अमूल तमिलनाडु के किसानों से दूध खरीदकर और आंध्र प्रदेश में तमिलनाडु सीमा के पास एक प्लांट स्थापित कर आक्रामक रूप से तमिलनाडु के बाजार में प्रवेश करने जा रहा है.

तमिलनाडु के डेयरी विकास मंत्री मनो थंगराज ने बताया कि आविन विक्रेताओं से दूध की खरीद के संबंध में पहले भी कुछ समस्याओं को ठीक करने के लिए कई उपाय किए गए थ. उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन की लागत को ध्यान में रखते हुए और उनके कल्याण की रक्षा के लिए किसानों को उचित मूल्य प्रदान करने के लिए उचित उपाय किए जाएंगे. मंत्री ने कहा कि आविन प्रबंधन, कम्प्यूटरीकरण और स्वचालन, मशीनीकरण और सहकारी समितियों और पशुधन के कल्याण के रखरखाव में सुधार के उपाय किए जाएंगे.

आविन प्रबंधन को निर्देश दिया जा रहा है कि दुग्ध किसानों के ऋण को वर्तमान 90 दिनों से कम किया जाए. अमूल दूध की खरीद पर 10 दिनों के भीतर भुगतान का वादा कर रहा है. गौरतलब है कि किसानों और सहकारी समितियों को दूध खरीद का पैसा क्रेडिट करने के लिए आविन वर्तमान में 90 दिनों का समय ले रहा है. दुग्ध किसान संघ के नेताओं ने यह भी कहा कि आविन प्रबंधन को मुख्यमंत्री पर प्रभाव डालना चाहिए कि वे अमूल को तमिलनाडु में एक सहकारी के रूप में काम करने की अनुमति न दें.

ये भी पढ़ें : नंदिनी के बाद आविन मिल्क ब्रांड पर 'राजनीति', तमिलनाडु में अमूल का विरोध

(आईएएनएस)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.