बस्ती : उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में आशिक मिजाज दारोगा को एकतरफा प्यार महंगा पड़ गया. यह आशिक मिजाज दारोगा लड़की पर दोस्ती का दबाव बना रहा था. लड़की ने एकसिरे से उसका प्रस्ताव खारिज कर दिया.
नाराज दारोगा ने अपनी पावर का इस्तेमाल करते हुए लड़की के परिजनों के खिलाफ 8 फर्जी मामले दर्ज करा दिए. पीड़िता ने जब इसकी शिकायत राज्य महिला आयोग से की तो आरोपी दारोगा पर कार्रवाई हुई. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, आरोपी दारोगा पर कार्रवाई ना करने पर एसपी, एएसपी समेत तमाम पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
ये है मामला
बता दें, कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के चलते लॉकडाउन लगाया था. जिले की नगर कोतवाली क्षेत्र की एक पीड़िता किसी काम के सिलसिले में घर से बाहर निकली.
रास्ते में मास्क चेकिंग के लिए दारोगा दीपक सिंह ने उसे रोक लिया. कागजात के बहाने दारोगा ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया. उसके बाद दारोगा ने पीड़िता को कॉल करना शुरू कर दिया. इसके अलावा वह पीड़िता को अश्लील मैसेज भी भेजने लगा.
लड़की ने आपत्ति जताते हुए आलाधिकारियों से शिकायत की. पीड़िता की शिकायत पर जिले के आलाधिकारियों ने आरोपी दारोगा दीपक को लाइन हाजिर कर मामले को रफा-दफा कर दिया. वहीं, कार्रवाई से खुन्नस खाए दारोगा ने पीड़िता और परिजनों के खिलाफ 8 मुकदमे दर्ज कर दिए.
पीड़िता ने राज्य महिला आयोग से भी इस मामले की शिकायत की है. राज्यमहिला आयोग ने शासन को इस पूरे प्रकरण की जानकारी दी. शिकायत पर शासन ने संज्ञान लेकर उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कर दी. जो पुलिस वाले पीड़िता पर मुकदमें दर्ज कर रहे थे, अब उन पर मुकदमें दर्ज हो रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक शासन स्तर से एडीजी अखिल कुमार को जांच दी गई. एडीजी की जांच के बाद ही कार्रवाई शुरू हो गई है.
इन पर गिरी गाज
जानकारी के मुताबिक कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रामपाल यादव, तत्कालीन चौकी इंचार्ज दीपक सिंह को निलंबित कर दिया गया है. इस प्रकरण में उचित कार्रवाई न करने पर एसपी हेमराज मीणा को भी हटा दिया गया है. वहीं, देर रात अपर पुलिस अधीक्षक रवींद्र सिंह का भी तबादला कर दिया गया.
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पुलिस और राजस्वकर्मियों पर भी मुकदमा
मामले में तत्कालीन सीओ गिरीश सिंह को निलंबित किया गया. पूरे प्रकरण के मुख्य आरोपी दीपक सिंह को अब अरेस्ट किया गया है. इसके अलावा आरोपी दारोगा और कोतवाल रामपाल यादव के संपत्तियों की जांच के लिए डीएम ने आदेश दिए हैं.
इसके अलावा इस पूरे प्रकरण में शामिल पुलिस और राजस्व कर्मियों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है. इनकी विभागीय जांच शुरू हो गई है. माना जा रहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कई अन्य पुलिसकर्मी भी बर्खास्त किए जाएंगे.