बेंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल जोर- शोर से तैयारी में जुटे हैं. आम आदमी पार्टी (आप) भी चुनावी जंग में शामिल है. आप(AAP) की ओर से सोमवार को अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की गई. इस मौके पर आप नेता ने नंदिनी और अमूल दूध के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ सरकारों पर निशाना साधा.
आप नेता बृजेश कलप्पा ने नंदिनी और अमूल को लेकर उठे विवाद पर चिंता व्यक्त की. विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी करते हुए उन्होंने अमूल मुद्दे के समय पर असंतोष व्यक्त किया. बृजेश कलप्पा ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार महीने पहले अमूल और नंदिनी के विलय का मुद्दा लेकर आए थे. कर्नाटक के इतिहास में पहली बार ऐसी स्थिति आई है. इतना बड़ा फैसला लेते समय कर्नाटक सरकार की इजाजत लेनी चाहिए थी. उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र में बीजेपी की सरकार पर निशाना साधा.
बृजेश कलप्पा ने कहा कि लाखों लोग केएमएफ से दूध बेच रहे हैं और खरीद भी रहे हैं. यह मुद्दा चुनाव के दौरान नहीं आना चाहिए था. इस फैसले ने कर्नाटक के लोगों को नाराज कर दिया है. विजया बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय हो गया, और अब विजया बैंक उपलब्ध नहीं है. स्टेट बैंक ऑफ मैसूर का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में विलय हो गया.
एसबीएम नाम गायब हो गया है. उन्होंने कहा कि इसी तरह केंद्र सरकार द्वारा नंदिनी को खत्म करने और उसकी जगह अमूल लाने की साजिश है. बृजेश कलप्पा ने कर्नाटक सरकार से आग्रह किया और चेतावनी दी कि वह अमूल को भारत में प्रवेश की अनुमति देना बंद करे. चुनाव होने दीजिए और नई सरकार अमूल की एंट्री पर फैसला ले सकती है. अन्यथा भाजपा सरकार कानून व्यवस्था की समस्या के लिए जिम्मेदार होगी जो अमूल मुद्दे के कारण उत्पन्न हो सकती है.