अमरावती : ग्राम पंचायत के ऑफिस में भैंसों को बांधने का निर्णय कर्मचारी को महंगा पड़ गया. ऑफिस के वरिष्ठ अधिकारी ने न सिर्फ कर्मचारी को कार्य से निलंबित कर दिया बल्कि, भैंसों की रखवाली में लापरवाही के खिलाफ ग्रामीणों ने अपनी भैंसों के साथ ऑफिस का घेराव किया. ये घटना आंध्र प्रदेश के गुंटूर की है. यहां के एक ग्राम पंचायत के कर्मचारी के गलत फैसले ने ऐसी स्थिति उत्पन्न कर दी.
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में गांव का एक शख्स ग्राम पंचायत अपनी शिकायत लेकर पहुंचा कि पड़ोस में भैंसों के तबेले से आने वाली बदबू के कारण वह अपने घर से बाहर निकल नहीं पाते हैं. अब इस शिकायत पर ग्राम पंचायत ऑफिस के कर्मचारी ने भैंसों के मालिक बुरागड्डा श्रीनिवास को नोटिस भेजा. लेकिन जब नोटिस का कोई जवाब नहीं आया, तो कर्मचारी ने श्रीनिवास के भैंसों को लाकर ग्राम पंचायत ऑफिस परिसर में बांध दिया. इधर, शिकायत का समाधान नहीं हो पाने और उस पर परिसर में भैंसों का जमावड़ा देख वरिष्ठ अधिकारी ने निलंबित कर दिया.
वहीं, भैंसों के मालिक श्रीनिवास ने अपने भैंसों की रखवाली में लापरवाही को लेकर का विरोध जताया. श्रीनिवास के विरोध के समर्थन में गांव वालों ने अपनी भैंसों को लेकर कार्यालय का घेराव किया. इसकी खबर मिलते ही वहां नगर निगम के अधिकारी आ पहुंचे और बांधे गए भैंसों को रिहाकर उनके मालिक को सौंप दिया गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया.