तुमकुर (कर्नाटक) : बेंगलोर के एक बिजनेसमैन ने तुमकुर इलाके के एक सरकारी स्कूल की सूरत बदल दी. उन्होंने न सिर्फ स्कूल की बिल्डिंग को चकाचक कर दिया बल्कि 2 करोड़ रुपये खरेच कर बेसिक सुविधाओं को डिवेलप किया. इतना खर्च करने के पीछे उनका मकसद चैरिटी से नाम कमाने का नहीं था. उन्होंने इस स्कूल के लिए इतनी दौलत इसलिए खर्च कर दी, क्योंकि उसमें कभी उनकी मां पढ़ती थी.
बेंगलुरु के बिजनेसमैन हर्ष की चर्चा इन दिनों सिर्फ तुमकुर में ही नहीं, पूरे कर्नाटक में हो रही है. उनकी भावनाओं को जानकर लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं. हर्ष ने बताया कि उनकी मां सर्वमंगला नागय्या तुमकुर जिले के कोरा गांव के एक सरकारी स्कूल में पढ़ती थीं. अपनी मां की याद में उन्होंने स्कूल को हाईटेक बनाने का निर्णय लिया. स्कूल में 14 कमरे बनवाए गए, जिसमें जरूरत की सारी चीजें दी गईं.
हर्ष मूल रूप से कर्नाटक के हुबली जिले के रहने वाले हैं. एक बार वह कारोबार के सिलसिले में बेंगलुरु जा रहे थे. रास्ते में उन्हें उस स्कूल को देखने का ख्याल आया, जहां उनकी मां पढ़ती थीं. वह मां के गांव कोरा पहुंच गए. वहां हर्षा स्कूल की जर्जर बिल्डिंग देखकर मायूस हो गए. तब स्कूल की बिल्डिंग कई जगहों से जर्जर होकर गिर गई थी. इसके बाद हर्ष ने अपनी मां की याद में स्कूल के लिए एक नई बिल्डिंग बनवाने का फैसला किया. उन्होंने गांव के सरपंच और सरकारी अधिकारियों से संपर्क किया और स्कूल की बिल्डिंग बनवाने का प्रस्ताव लिखा. इसके बाद उन्होंने बेहतर स्कूल बिल्डिंग की नींव रखी और इसे बनाने-संवारने में दो करोड़ रुपये खर्च कर दिए.
हर्ष ने बताया कि उनकी मां सर्वमंगला नागय्या का जन्म तुमकुर के कोरा गांव में हुआ था. उन्होंने यहीं पढ़ाई की थी और शादी के बाद बेंगलुरु चली गईं. इस गांव और स्कूल के लिए उनके मन में कुछ बेहतर करने की इच्छा थी, इसलिए यहां स्कूल बनवाने का निर्णय लिया. फिलहाल कोरा के इस स्कूल में एक कंप्यूटर कक्ष, एक अक्षरा दशोहा रूम और एक स्मार्ट क्लासरूम है. इस तरह स्कूल को एक हाई-टेक मॉडल को तौर पर डिवेलप किया गया है. कोरू गांव के लोग नई स्कूल बिल्डिंग बनवाने के लिए हर्ष की सराहना करते हैं.
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