सिलचर : सिविल अस्पताल के डॉ अफसर असलम ने बताया कि भारत में आमतौर पर नवजात का औसत वजन 2.5 से 3 किलो तक होता है. कभी-कभी इस घटना को असामान्य माना जाता है जब 4 किलो वजन वाले बच्चे का जन्म होता है.
जया दास के पहले बच्चे का वजन 3.8 किलो था. डॉक्टर ने कहा कि जब प्रसूति मां को मधुमेह होता है तो आमतौर पर बच्चों का वजन अधिक होता है लेकिन यहां इस मामले में जया दास डायबिटिक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अब मां और नवजात दोनों सुरक्षित हैं. एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ रजत देव ने कहा कि उनके 20 साल के सेवा करियर में यह पहला मामला है जिसका उन्होंने अनुभव किया है.
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2016 में कर्नाटक में 20 साल की नंदिनी ने 6.8 किलो वजन के बच्चे को जन्म दिया था. साथ ही उत्तर प्रदेश में 2015 में फिरदौस खातून नाम की महिला ने 6.7 किलो वजन के बच्चे को जन्म दिया था. सितंबर 1955 में इटली के एवर्सा में कार्मेलिना फेडेल से पैदा हुए लड़के के लिए सबसे वजनी बच्चे का विश्व रिकॉर्ड था. लड़के का वजन 10.2 किलोग्राम था.
(पीटीआई-भाषा)