श्रीनगर : संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू और कश्मीर के दौरे पर है. यह प्रतिनिधिमंडल अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान राज्य में निवेश के लिए संभावनाओं की तलाश करेगा. दिलचस्प यह है कि यूएई के प्रतिनिधिमंडल का दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब 21 मार्च को पाकिस्तान में इस्लामिक राष्ट्रों के संगठन (OIC) की बैठक हो रही है. पाकिस्तान ओआईसी की बैठक में कश्मीर मुद्दे को उठाता रहा है. 57 इस्लामिक राष्ट्रों के समूह (OIC) का संयुक्त अरब अमीरात प्रमुख सदस्य भी है.
रविवार को संयुक्त अरब अमीरात का 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल श्रीनगर पहुंचा. इस प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त अरब अमीरात के दिग्गज कारोबारी सालेह मोहम्मद रमजान अलराफी और रियल एस्टेट के मोहम्मद अली रेडा अलहासिमी भी शामिल हैं. इसके अलावा अल हाशमी समूह के एमडी अहमद मोहम्मद रमजान अलराफी और रोया इंटरनेशनल के सीईओ अब्दुल्ला उमर अहमद अल्तायर भी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य हैं.
-
A 40 members delegation of UAE is on a 3-day visit to Srinagar to explore the investment potential of Jammu and Kashmir. pic.twitter.com/emPzsSx9xW
— ANI (@ANI) March 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">A 40 members delegation of UAE is on a 3-day visit to Srinagar to explore the investment potential of Jammu and Kashmir. pic.twitter.com/emPzsSx9xW
— ANI (@ANI) March 21, 2022A 40 members delegation of UAE is on a 3-day visit to Srinagar to explore the investment potential of Jammu and Kashmir. pic.twitter.com/emPzsSx9xW
— ANI (@ANI) March 21, 2022
संयुक्त अरब अमीरात के कारोबारियों का यह प्रतिनिधिमंडल जम्मू और कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा के न्योते पर भारत आया है. मनोज सिन्हा कुछ महीने पहले दुबई की यात्रा की थी. एएनआई के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल के तीन दिवसीय दौरे के दौरान सर्विस, हॉस्पिटलिएटी और टूरिज्म सेक्टर में निवेश के संभावनाओं को देखेगा.
उप राज्यपाल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर खाड़ी देशों के प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी करने के लिए तैयार है ताकि संबंधों को मजबूत किया जा सके. यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में घाटी के सफल सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का प्रतीक है. प्रतिनिधिमंडल के सदस्य उपराज्यपाल और जम्मू-कश्मीर सरकार के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे.
बता दें कि इस साल जनवरी में जम्मू और कश्मीर सरकार प्रशासन ने राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यूएई की कंपनी अल माया ग्रुप, एमएटीयू इन्वेस्टमेंट्स एलएलसी, जीएल एम्प्लॉयमेंट ब्रोकरेज एलएलसी के साथ कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे. दुबई में इन्वेस्टर्स समिट में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात के बड़े व्यापारिक समूहों ने जम्मू-कश्मीर में निवेश करने में रुचि दिखाई है, जो एक नई और व्यापक साझेदारी की शुरुआत है.
पढ़ें : दिल्ली से दोहा जा रही फ्लाइट की कराची में इमरजेंसी लैंडिंग