बेंगलुरु : बेंगलुरु के संजयनगर थाना क्षेत्र में एक निजी कंपनी से जीएसटी भरने का दावा कर नौ करोड़ 60 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. इस मामले में संजय नगर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों का नाम निखिल और विनय बाबू है. निखिल और विनय बाबू दोनों एक कोरियाई व्यक्ति के स्वामित्व वाली टर्मिनस डेचांग सीट नामक एक ऑटोमोटिव निजी कंपनी में फर्जी एसोसिएट चार्टर्ड एकाउंटेंट बन कर काम कर रहे थे. यहीं उन्होंने कई चरणों में जीएसटी चुकाने के लिए कंपनी के मालिक से लगभग 9 करोड़ 60 लाख रुपये वसूल किये.
निखिल ने कंपनी की इंटरनल ऑडिट रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें नौ करोड़ से ज्यादा जीएसटी देने की बात कही गई थी. निखिल की रिपोर्ट के मुताबिक, मालिक ने कई चरणों में जीएसटी का भुगतान किया. बाद में उन्हें पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है. जब इस बात की सच्चाई पता चली तो मालिक ने सदाशिवनगर थाने में शिकायत दर्ज करायी. बाद में, धोखाधड़ी का मामला सदाशिवनगर पुलिस स्टेशन से संजयनगर पुलिस स्टेशन स्थानांतरित कर दिया गया, क्योंकि आरोपी संजयनगर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आते थे.
आरोपियों से जुड़ी 3 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क : केस दर्ज करने वाली संजयनगर पुलिस ने निखिल और विनय बाबू को गिरफ्तार किया है. मामले में दो अन्य फरार चल रहे थे. पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है. इसके अलावा आरोपी से जुड़ी 3 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है. पुलिस ने बताया कि आरोपी निखिल ने ठगे गये पैसों को भोग-विलास के सामान खरीदने पर खर्च किये जबकि आरोपी विनय बाबू ने एक अपार्टमेंट में एक फ्लैट खरीदा था.
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