नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि देश में एक अप्रैल से 45 वर्ष और उससे ज्यादा आयुवर्ग के लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने के लिए पर्याप्त आपूर्ति है.
मंत्रालय ने कहा कि ऐसा कोई संबंध नहीं मिला है, जिससे यह दिखे कि कोविड-19 के मामलों में हालिया इजाफा विदेशों में सामने आए वायरस के नए स्वरूपों के कारण हुआ है.
मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोविड-19 से हुई कुल मौतों में से 88 प्रतिशत मामलों में मरीज 45 वर्ष या उससे ऊपर के आयुवर्ग के थे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 के सबसे ज्यादा उपचाराधीन मरीजों वाले शीर्ष 10 जिलों में से नौ महाराष्ट्र के और एक कर्नाटक से हैं. महाराष्ट्र और पंजाब में कोविड-19 के मामलों में हाल में हुई बढ़ोतरी गंभीर चिंता का विषय है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि शीर्ष 10 जिले जहां अधिकतम सक्रिय मामले केंद्रित हैं - पुणे, नागपुर, मुंबई, ठाणे, नासिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु शहरी, नांदेड़, जलगांव और अकोला। महाराष्ट्र के नौ जिले और एक दिल्ली, कर्नाटक.
राजेश भूषण ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि दो राज्य गंभीर चिंता का विषय हैं, जिन्होंने हाल ही में मामलों में वृद्धि देखी है - महाराष्ट्र, जिसने पिछले 24 घंटों और पंजाब में 28,000 से अधिक मामलों की सूचना दी है, जो अपनी जनसंख्या के अनुपात में बड़ी संख्या में मामलों की रिपोर्ट कर रहा है.
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इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तरफ से कोविड19 के सकारात्मक नमूनों की एक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसके मुताबिक जारी किए कुल 10787 सकारात्मक नमूनों में कोरोना वायरस के 771 वेरिएंट का पता लगाया गया है.