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जयललिता के भाई होने का दावा, हाई कोर्ट में याचिका दायर कर संपत्ति में मांगा हिस्सा

तमिलनाडु की दिवंगत सीएम जयललिता के भाई होने का दावा करते हुए एक व्यक्ति ने उनकी संपत्ति में से 50 फीसदी हिस्सा देने की मांग की है.

Madras High Court
मद्रास हाई कोर्ट
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Published : Jul 10, 2022, 3:47 PM IST

चेन्नई : कर्नाटक के मैसूर के व्यासपुरम के रहने वाले वासुदेवन (83) ने तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता (J. Jayalalithaa) के भाई होने का दावा करते हुए मद्रास हाई कोर्ट (Madras High Court) में एक याचिका दायर की है.

अपनी याचिका में वासुदेवन ने कहा है कि जयललिता के पिता आर जयराम मेरे पिता हैं. साथ ही मैं जयराम की पहली पत्नी जे. जयम्मा का इकलौता बेटा हूं और मैं उनका एकमात्र उत्तराधिकारी हूं. साथ ही कहा गया है जयराम ने वेदवल्ली उर्फ ​​वेदम्मा से दूसरी बार शादी की थी. जिनसे जयकुमार और जयललिता बच्चे थे. तो फिर, जयललिता और जयकुमार मेरे भाई-बहन हैं.

वासुदेवन ने कहा कि 1950 में जब मेरी मां जयम्मा ने गुजारा भत्ता के लिए मैसूर की अदालत में एक मामला दायर किया था, जिसमें मेरे पिता की दूसरी पत्नी वेदवल्ली, जयकुमार और जयललिता को उस मामले में प्रतिवादी के रूप में शामिल किया गया था. लेकिन बाद में मामला सुलह से खत्म हो गया था. उन्होंने कहा कि जयललिता से पहले जयकुमार की मृत्यु हो गई थी, इसलिए आज मैं एक भाई के रूप में जयललिता की उत्तराधिकारी हूं. इस वजह से जयललिता की संपत्ति का 50 फीसदी मुझे दे देना चाहिए.

बता दें कि मद्रास उच्च न्यायालय ने 2020 में फैसला दिया था जिसमें जे दीपक और जे दीपा को जयललिता का एकमात्र उत्तराधिकारी बताया था. हालांकि वासुदेवन ने कहा है कि मुझे इसमें शामिल करके फैसले में संशोधन किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि कर्नाटक की अमृता ने अभिनेता शोबनबाबू और जयललिता की बेटी होने का दावा करते हुए एक मामला दायर किया था, लेकिन बाद में हाईकोर्ट ने 2018 में इस मामले को झूठा मामला बताते हुए खारिज कर दिया.

ये भी पढ़ें - SC में सोमवार से फिर शुरू होगी सुनवाई, ये महत्वपूर्ण केस हैं लाइन में

चेन्नई : कर्नाटक के मैसूर के व्यासपुरम के रहने वाले वासुदेवन (83) ने तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता (J. Jayalalithaa) के भाई होने का दावा करते हुए मद्रास हाई कोर्ट (Madras High Court) में एक याचिका दायर की है.

अपनी याचिका में वासुदेवन ने कहा है कि जयललिता के पिता आर जयराम मेरे पिता हैं. साथ ही मैं जयराम की पहली पत्नी जे. जयम्मा का इकलौता बेटा हूं और मैं उनका एकमात्र उत्तराधिकारी हूं. साथ ही कहा गया है जयराम ने वेदवल्ली उर्फ ​​वेदम्मा से दूसरी बार शादी की थी. जिनसे जयकुमार और जयललिता बच्चे थे. तो फिर, जयललिता और जयकुमार मेरे भाई-बहन हैं.

वासुदेवन ने कहा कि 1950 में जब मेरी मां जयम्मा ने गुजारा भत्ता के लिए मैसूर की अदालत में एक मामला दायर किया था, जिसमें मेरे पिता की दूसरी पत्नी वेदवल्ली, जयकुमार और जयललिता को उस मामले में प्रतिवादी के रूप में शामिल किया गया था. लेकिन बाद में मामला सुलह से खत्म हो गया था. उन्होंने कहा कि जयललिता से पहले जयकुमार की मृत्यु हो गई थी, इसलिए आज मैं एक भाई के रूप में जयललिता की उत्तराधिकारी हूं. इस वजह से जयललिता की संपत्ति का 50 फीसदी मुझे दे देना चाहिए.

बता दें कि मद्रास उच्च न्यायालय ने 2020 में फैसला दिया था जिसमें जे दीपक और जे दीपा को जयललिता का एकमात्र उत्तराधिकारी बताया था. हालांकि वासुदेवन ने कहा है कि मुझे इसमें शामिल करके फैसले में संशोधन किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि कर्नाटक की अमृता ने अभिनेता शोबनबाबू और जयललिता की बेटी होने का दावा करते हुए एक मामला दायर किया था, लेकिन बाद में हाईकोर्ट ने 2018 में इस मामले को झूठा मामला बताते हुए खारिज कर दिया.

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