मछलीपट्टनम: आंध्र प्रदेश में चक्रवात 'आसनी' के आने से दो दिन पहले आठ मई को लापता हुए आठ मछुआरों का गुरुवार को पता लगा लिया गया और उन्हें सुरक्षित वापस लाया गया. कृष्णा जिले के एसपी सिद्धार्थ कौशल ने कहा कि मछुआरों ने मछली पालन विभाग को सूचित किए बिना मछलीपट्टनम तट से एक मशीनयुक्त नाव पर सवार होकर समुद्र में उतरे. मछुआरों को चक्रवात के मद्देनजर समुद्र में प्रवेश नहीं करने की सलाह दी गई थी.
एसपी ने कहा कि 10 मई को चक्रवात के मछलीपट्टनम तट पर पहुंचने के बाद वे लोग घबरा गए और किसी तरह सुरक्षित स्थान पर पहुंचे और अपने परिवारों को सूचित किया. इसके बाद उनके परिवारों ने मत्स्य विभाग और समुद्री पुलिस से संपर्क किया. समुद्री और स्थानीय पुलिस ने एक संयुक्त अभियान शुरू किया और उन्होंने 11 मई को मछलीपट्टनम तट से 150 किमी दूर मलकायलंका गांव के पास मछुआरों का पता लगाया.
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उन्होंने बताया कि सभी आठ मछुआरे कृष्णा जिला पुलिस की मदद से मछलीपट्टनम तट पर सुरक्षित पहुंच गए. एसपी ने कहा कि जिन आठ मछुआरों को बचाया गया है उनमें एस रामबाबू, पी सूरीबाबू, वी रमना, के सत्यम, जी अप्पाराव, पी कामेश्वर राव, एस भवानी और पी अप्पाराव शामिल हैं. सभी मछलीपट्टनम शहर के गिलकलाडिंडी इलाके के रहने वाले हैं.
(पीटीआई)