अगरतला : त्रिपुरा में 25 नवंबर को होने वाले शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के चुनाव में नामांकन वापसी के आखिरी दिन विभिन्न राजनीतिक दलों के कुल 36 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया. अब 785 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. मुख्य विपक्षी वाम मोर्चा के सीपीआईएम पार्टी से 15 और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से 2 सहित कुल 17 उम्मीद्वारों ने अपना नामांकन को ले लिया है.
नाम वापस लेने वालों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 8, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के 4 और 7 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं. सीपीआईएम के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा के 17 कैंडिटेट ने नामांकन पत्र वापस ले लिए, जिनमें से धर्मनगर नगर परिषद के 5, खोवाई नगर परिषद से 4, अगरतला नगर निगम से 5, मेलाघर नगर परिषद से 3 उम्मीद्वार शामिल हैं.
पार्टी ने भाजपा के खिलाफ कुल 214 उम्मीद्वारों को मैदान में उतारा था. नामांकन वापसी के मुद्दे पर सीपीआईएम के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने कहा कि जब से नामांकन दाखिल किया गया था तब से सत्तारूढ़ भाजपा सीपीआईएम उम्मीदवारों पर नामांकन पत्र वापस लेने का दबाव बनाने लगी.
राज्य भर में उम्मीदवारों पर हमले किए गए. एक ओर राज्य की भाजपा सरकार स्वतंत्रत और निष्पक्ष चुनाव की बात करती है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी उम्मीद्वारों पर हमले करा रही है. हम उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों पर इस तरह के बर्बर हमलों की निंदा करते रहे हैं और चुनाव में उनका कड़ा मुकाबला करेंगे.
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राज्य में स्थानीय निकाय की सभी 334 सीटों में से माकपा के नेतृत्व वाली वाम मोर्चा 208 उम्मीद्वार, जिनमें 6 भाकपा, 2 आरएसपी, 3 ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक और बाकी सीपीआईएम से मैदान में हैं. तृणमूल कांग्रेस 120 सीटों पर और कांग्रेस 92 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वाम मोर्चा अगरतला नगर निगम की कुल 51 सीटों में 46 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं दूसरी ओर टीएमसी 51 सीट, बीजेपी 33 सीट और कांग्रेस 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.