तिरुपत्तूर : तमिलनाडु के तिरुपत्तूर जिले में सोमवार सुबह एक लॉरी ने सड़क पर खड़ी एक वैन को पीछे से टक्कर मार दी, जिसके बाद वैन कम से कम सात महिलाओं को कुचलने के बाद पलट गई. हादसे में सातों महिलाओं की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. ये महिलाएं कर्नाटक से लौट रही थीं. पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त ये महिलाएं सड़क किनारे बैठी थीं. हादसे में 13 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें वानीयमपाडी, नटरामपल्ली और तिरुपथुर सरकारी अस्पतालों में प्राथमिक इलाज के लिए भर्ती कराया गया. इसके बाद उन्हें आगे के इलाज के लिए वेल्लोर और कृष्णागिरी सरकारी अस्पतालों में रेफर दिया गया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, घायल हुए लोग वेल्लोर जिले में अंबुर के निकट ओनांगुट्टई गांव के 45 लोगों के समूह का हिस्सा थे, जो आठ सितंबर को कर्नाटक के धर्मशाला की यात्रा पर गया था. पीड़ित दो वैन में घर लौट रहे थे, तभी सोमवार तड़के बेंगलुरु-चेन्नई राष्ट्रीय राजमार्ग पर नटरामपल्ली के पास चंडियूर में एक वैन का टायर फट गया, जिससे यात्री बीच मार्ग में फंस गए. उन्होंने कहा, "पर्यटकों को उतरने के लिए कहने के बाद वैन चालक मरम्मत कार्य में जुट गया था. तभी अचानक बेंगलुरु से आ रही एक तेज रफ्तार लॉरी ने वैन को पीछे से टक्कर मार दी और टक्कर के कारण वैन सात महिलाओं को कुचलते हुए पलट गई."
हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों के शवों को बरामद कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए तिरुपथुर और वानीयंबाडी सरकारी अस्पतालों में भेज दी. नटरामपल्ली पुलिस मामला दर्ज कर हादसे की जांच कर रही है. शुरुआती जांच में पता चला है कि हादसे में मरने वाली महिलाओं के नाम मीरा, देइवानई, चेतम्मल, देवकी, सावित्री और कलावती हैं. केवल एक शव की पहचान नहीं हो पाने के कारण पुलिस जांच कर रही है.
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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करते हुए प्रत्येक प्रभावित परिवार को एक-एक लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की. उन्होंने एक बयान में कहा कि घायलों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री जन राहत कोष से 50-50 हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा.