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काशी में GST को मिला बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद, हुई 643 करोड़ की बढ़ोतरी - GST collection in Varanasi

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) की वजह से वाराणसी का विकास तेजी से होगा. विभाग की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक वाराणसी में जीएसटी क्लेक्शन (GST collection in Varanasi) में 643 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है.

Kashi Vishwanath Corridor
Kashi Vishwanath Corridor
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Published : May 24, 2023, 7:50 AM IST

वाराणसी: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Dham) वाराणसी के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है. इसके निर्माण के बाद से ही वाराणसी में पर्यटन के क्षेत्र में बूम आया है. जहां वाराणसी में पर्यटकों का आना बढ़ा है, वहीं यहां के व्यवसाय भी तेजी से बढ़े हैं. इन सब का असर ये हुआ कि इस बार वाराणसी में जीएसटी कलेक्शन बहुत ही अच्छा हुआ है. यानी बाबा के धाम ने आध्यात्म और आय दोनों को बढ़ावा दिया है.


बता दें कि वाराणसी का सांसद बनने के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां के विकास को केंद्र में लेकर चल रहे हैं. केंद्र और राज्य की कई योजनाओं को वाराणसी लाया गया. इसके साथ ही जो सबसे बड़ा कदम उठाया गया वो था काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण. ये फैसला न सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से सही साबित हुआ बल्कि काशी के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है.

जीएसटी में 643 करोड़ रुपए की हुई बढ़ोतरी: आपको बता दें कि इस बार का वाराणसी में जीएसटी क्लेक्शन (GST collection in Varanasi) पहले से बहुत अधिक हुआ है. वाराणसी के जीएसटी कलेक्शन में इस बार 643 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है. जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर प्रिंस कुमार ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद वाराणसी, गाजीपुर और चंदौली में GST और CGST का कलेक्शन बढ़ा है. वित्तीय वर्ष 2017-2018 और 2022-2023 तक जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी देखी गई है.

बढ़ता निवेश भी बन रहा विकास का कारण: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण तो इसमें अहम भूमिका निभाता ही है. जबसे उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है. यहां सुरक्षा का माहौल बना है. साथ ही लोग निवेश करने से नहीं डर रहे हैं. सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का ही परिमाण हैं कि विकास और व्यवसाय दोनों को बढ़ावा मिल रहा है. वाराणसी में अभी भी नए होटलों या पीजी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन आ रहे हैं.

लोकार्पण के बाद बढ़ा है जीएसटी कलेक्शन: जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर प्रिंस कुमार ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण 13 दिसंबर 2021 को हुआ था. इससे पहले फाइनेंशियल ईयर 2020-2021 में 59,890 व्यापारियों ने 1126.97 करोड़ रुपए जीएसटी दिए थे. लोकार्पण के बाद फाइनेंशियल ईयर 2021-2022 में करदाता 69,071 हो गए हैं यानी करदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है. इस दौरान जीएसटी कलेक्शन 1468.02 पहुंच गया. साल 2022-2023 में 81,518 करदाताओं ने 1769.94 करोड़ रुपए जीएसटी भरा है.

वाराणसी: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Dham) वाराणसी के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है. इसके निर्माण के बाद से ही वाराणसी में पर्यटन के क्षेत्र में बूम आया है. जहां वाराणसी में पर्यटकों का आना बढ़ा है, वहीं यहां के व्यवसाय भी तेजी से बढ़े हैं. इन सब का असर ये हुआ कि इस बार वाराणसी में जीएसटी कलेक्शन बहुत ही अच्छा हुआ है. यानी बाबा के धाम ने आध्यात्म और आय दोनों को बढ़ावा दिया है.


बता दें कि वाराणसी का सांसद बनने के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां के विकास को केंद्र में लेकर चल रहे हैं. केंद्र और राज्य की कई योजनाओं को वाराणसी लाया गया. इसके साथ ही जो सबसे बड़ा कदम उठाया गया वो था काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण. ये फैसला न सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से सही साबित हुआ बल्कि काशी के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है.

जीएसटी में 643 करोड़ रुपए की हुई बढ़ोतरी: आपको बता दें कि इस बार का वाराणसी में जीएसटी क्लेक्शन (GST collection in Varanasi) पहले से बहुत अधिक हुआ है. वाराणसी के जीएसटी कलेक्शन में इस बार 643 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है. जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर प्रिंस कुमार ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद वाराणसी, गाजीपुर और चंदौली में GST और CGST का कलेक्शन बढ़ा है. वित्तीय वर्ष 2017-2018 और 2022-2023 तक जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी देखी गई है.

बढ़ता निवेश भी बन रहा विकास का कारण: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण तो इसमें अहम भूमिका निभाता ही है. जबसे उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है. यहां सुरक्षा का माहौल बना है. साथ ही लोग निवेश करने से नहीं डर रहे हैं. सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का ही परिमाण हैं कि विकास और व्यवसाय दोनों को बढ़ावा मिल रहा है. वाराणसी में अभी भी नए होटलों या पीजी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन आ रहे हैं.

लोकार्पण के बाद बढ़ा है जीएसटी कलेक्शन: जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर प्रिंस कुमार ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण 13 दिसंबर 2021 को हुआ था. इससे पहले फाइनेंशियल ईयर 2020-2021 में 59,890 व्यापारियों ने 1126.97 करोड़ रुपए जीएसटी दिए थे. लोकार्पण के बाद फाइनेंशियल ईयर 2021-2022 में करदाता 69,071 हो गए हैं यानी करदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है. इस दौरान जीएसटी कलेक्शन 1468.02 पहुंच गया. साल 2022-2023 में 81,518 करदाताओं ने 1769.94 करोड़ रुपए जीएसटी भरा है.

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