बगोदर, गिरिडीह: पिछले 8 महीने से सऊदी अरब में हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले के 5 प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं. इन मजदूरों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर भारत सरकार से वतन वापसी में सहयोग की मांग की है. वीडियो में मजदूर कर रहे हैं पिछले आठ महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है. इसके अलावा वे खाने के लिए दाने- दाने के लिए भी मोहताज हैं. उनका कहना है कि सभी मजदूरों की वीजा की अवधि भी समाप्त हो गई है.
सऊदी में फंसे मजदूरों के परिजनों ने केंद्र और राज्य सरकार से मामले में पहल करते हुए परिजनों की वापसी कराए जाने की मांग की है. मजदूरों के हित में कार्य करने वाले सिकंदर अली ने केंद्र और राज्य सरकार से सऊदी अरब में फंसे मजदूरों को मदद करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यह पहली घटना नहीं है. काम की तलाश में मजदूर विदेश जाते हैं, वहां उनको यातनाएं झेलनी पड़ती है. जिसके बाद वे बड़ी मुश्किल से स्वदेश लौट पाते हैं.
सिकंदर अली ने कहा कि पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें मजदूर विदेश में फंस गए हैं. ऐसे में सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत हैं. सऊदी अरब में फंसे मजदूरों में गिरिडीह जिले के सरिया प्रखंड के कुसमाडीह पंचायत के जगदीश महतो, बोकारो जिले के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के पेंक पंचायत के जिवलाल महतो, विनोद महतो और हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत चानो पंचायत के चिंतामन महतो और वीरेंद्र महतो शामिल हैं. ये सभी मजदूर पिछले 28 मार्च 2023 को अल मुरब्बा अल हादी की कंपनी में ट्रांसमिशन के ओपीजी में काम करने के लिए सऊदी अरब गए थे, लेकिन पिछले आठ महीने से किसी भी मजदूर को वेतन नहीं मिला है. जिसकी वजह से सभी मजदूर खाने के लिए मोहताज हो गए हैं.
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