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हरियाणा गौ हत्या में बड़ा खुलासा: हड्डी और खाल से मोटी कमाई के लिए एक साथ 45 गायों को दे दिया जहर, पहले भी कर चुके हैं ऐसी वारदात

हरियाणा के करनाल गौ हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. करनाल गौशाला में 45 गायों की मौत जहर देने से हुई थी. पुलिस ने इस पूरी वारदात का पर्दाफाश कर 4 आरोपियों को (4 arrested in Karnal cow death case) गिरफ्तार किया है. चारों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए हैं.

4 arrested in karnal cow death case
करनाल गौ हत्या में बड़ा खुलासा
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Published : Feb 13, 2023, 3:57 PM IST

करनाल: पिछले महीने करनाल में गायों की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार फूसगढ़ गौशाला में हुई 45 गायों की मौत जहर देने से हुई थी. पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने के आरोप में 4 युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि इन्होंने मृत पशुओं की खाल और हड्डी बेचने का धंधा मंदा होने के कारण, एक साथ इन गायों को जहर देकर मार दिया. प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने इससे पहले भी वारदात करना कबूल किया है. गौरतलब है कि पिछले महीने नंदीग्राम गौशाला करनाल में बड़ी संख्या में एक साथ हुई गायों की मौत के मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई थी. इसके साथ ही पुलिस टीम भी इस मामले की जांच कर रही थी. क्योंकि मामला गंभीर था और गायों को जहर देकर मारने की आशंका जताई गई थी.

सीआईए-2 इंचार्ज इंस्पेक्टर मोहनलाल की टीम ने रविवार को इस मामले में चार आरोपियों को काबू किया. पुलिस ने शाहबाद के डेहा बस्ती निवासी विशाल, करनाल के रजत, जम्मू-कश्मीर के सूरज और अंबाला कैंट के हेहा बस्ती निवासी सोनू को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार पुलिस इन सभी आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी, जिससे आरोपियों से अन्य वारदातों के बारे में सघनता से पूछताछ की जा सके.

पढ़ें: करनाल नंदीग्राम गौशाला में 45 गायों की मौत, यूपी से आए चारे में जहर होने की आशंका

गिरोह के मास्टरमाइंड की तलाश: इस वारदात का मास्टरमाइंड और इनका ठेकेदार अभी फरार चल रहा है. पुलिस जांच के दौरान इन्होंने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. आरोपियों ने बताया कि वे 8 से 10 हजार रुपए महीने की नौकरी करते थे. इसमें उनका गुजर बसर नहीं हो रहा था. ऐसे में उन्होंने गौशाला में मरने वाली गायों को उठाने का काम शुरू ​कर दिया. आरोपी गाय की हड्डी, खाल व चर्बी बेचकर कमाई करते थे.

इसके लिए उन्हें यमुना के पास एक जमीन मिली हुई थी. जहां पर वे मृत गाय को ले जाकर, उसकी हड्डी व खाल निकाल लिया करते थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पिछले काफी दिनों से उनका धंधा काफी मंदा चल रहा था. क्योंकि हर रोज उन्हें केवल दो या तीन मृत गाय ही मिल रही थी. ऐसे में उन्होंने गायों को ज​हर देकर मारने की योजना बनाई, जिससे उनकी कमाई अच्छी हो सके.

पढ़ें: रोहतक में चाऊमीन न बनाने पर दुकानदार को पीटा, मारपीट के आरोपी 4 युवकों पर केस दर्ज

इससे पहले भी दिया है गाय को जहर: आरोपियों ने पुलिस को बताया कि एक मृत गाय की हड्डी, खाल व चर्बी बेचने से उनको करीब 10 हजार रुपए की आमदनी होती थी. आरोपियों ने कबूल किया है कि पहले भी वह ऐसी वारदात को अंजाम दे चुके हैं. इससे पहले उन्होंने करीब 5 गायों को जहर दिया था. लेकिन इस बार ज्यादा लालच के चलते फूसगढ़ गांव गौशाला करनाल में एक साथ कई गायों को जहर देकर मार दिया. जिसके कारण आरोपी धरे गए.

आरोपियों ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम: पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 26 जनवरी को उन्होंने गाय को मारने की योजना बनाई थी. वारदात करने से पहले वे देर रात तक वहीं शराब पीते रहे. इसके बाद बाजार से सल्फास की पुड़िया लेकर आए. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इसे गुड़ में मिलाकर आरोपी रात को करीब 12 बजे गौशाला पहुंचे और गायों को वह गुड़ खिला दिया. घटना के दूसरे दिन पुलिस, नगर निगम व गौशाला के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृत गायों को दफना दिया. यह देखकर आरोपी भड़क गए और उन्होंने मृत पशु उन्हें नहीं सौंपने पर ​भविष्य में मृत पशु नहीं उठाने की धमकी दी थी. पुलिस इनके पूरे गिरोह का पर्दाफाश करने में जुटी है.

करनाल: पिछले महीने करनाल में गायों की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार फूसगढ़ गौशाला में हुई 45 गायों की मौत जहर देने से हुई थी. पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने के आरोप में 4 युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि इन्होंने मृत पशुओं की खाल और हड्डी बेचने का धंधा मंदा होने के कारण, एक साथ इन गायों को जहर देकर मार दिया. प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने इससे पहले भी वारदात करना कबूल किया है. गौरतलब है कि पिछले महीने नंदीग्राम गौशाला करनाल में बड़ी संख्या में एक साथ हुई गायों की मौत के मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गई थी. इसके साथ ही पुलिस टीम भी इस मामले की जांच कर रही थी. क्योंकि मामला गंभीर था और गायों को जहर देकर मारने की आशंका जताई गई थी.

सीआईए-2 इंचार्ज इंस्पेक्टर मोहनलाल की टीम ने रविवार को इस मामले में चार आरोपियों को काबू किया. पुलिस ने शाहबाद के डेहा बस्ती निवासी विशाल, करनाल के रजत, जम्मू-कश्मीर के सूरज और अंबाला कैंट के हेहा बस्ती निवासी सोनू को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार पुलिस इन सभी आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी, जिससे आरोपियों से अन्य वारदातों के बारे में सघनता से पूछताछ की जा सके.

पढ़ें: करनाल नंदीग्राम गौशाला में 45 गायों की मौत, यूपी से आए चारे में जहर होने की आशंका

गिरोह के मास्टरमाइंड की तलाश: इस वारदात का मास्टरमाइंड और इनका ठेकेदार अभी फरार चल रहा है. पुलिस जांच के दौरान इन्होंने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. आरोपियों ने बताया कि वे 8 से 10 हजार रुपए महीने की नौकरी करते थे. इसमें उनका गुजर बसर नहीं हो रहा था. ऐसे में उन्होंने गौशाला में मरने वाली गायों को उठाने का काम शुरू ​कर दिया. आरोपी गाय की हड्डी, खाल व चर्बी बेचकर कमाई करते थे.

इसके लिए उन्हें यमुना के पास एक जमीन मिली हुई थी. जहां पर वे मृत गाय को ले जाकर, उसकी हड्डी व खाल निकाल लिया करते थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पिछले काफी दिनों से उनका धंधा काफी मंदा चल रहा था. क्योंकि हर रोज उन्हें केवल दो या तीन मृत गाय ही मिल रही थी. ऐसे में उन्होंने गायों को ज​हर देकर मारने की योजना बनाई, जिससे उनकी कमाई अच्छी हो सके.

पढ़ें: रोहतक में चाऊमीन न बनाने पर दुकानदार को पीटा, मारपीट के आरोपी 4 युवकों पर केस दर्ज

इससे पहले भी दिया है गाय को जहर: आरोपियों ने पुलिस को बताया कि एक मृत गाय की हड्डी, खाल व चर्बी बेचने से उनको करीब 10 हजार रुपए की आमदनी होती थी. आरोपियों ने कबूल किया है कि पहले भी वह ऐसी वारदात को अंजाम दे चुके हैं. इससे पहले उन्होंने करीब 5 गायों को जहर दिया था. लेकिन इस बार ज्यादा लालच के चलते फूसगढ़ गांव गौशाला करनाल में एक साथ कई गायों को जहर देकर मार दिया. जिसके कारण आरोपी धरे गए.

आरोपियों ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम: पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 26 जनवरी को उन्होंने गाय को मारने की योजना बनाई थी. वारदात करने से पहले वे देर रात तक वहीं शराब पीते रहे. इसके बाद बाजार से सल्फास की पुड़िया लेकर आए. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इसे गुड़ में मिलाकर आरोपी रात को करीब 12 बजे गौशाला पहुंचे और गायों को वह गुड़ खिला दिया. घटना के दूसरे दिन पुलिस, नगर निगम व गौशाला के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृत गायों को दफना दिया. यह देखकर आरोपी भड़क गए और उन्होंने मृत पशु उन्हें नहीं सौंपने पर ​भविष्य में मृत पशु नहीं उठाने की धमकी दी थी. पुलिस इनके पूरे गिरोह का पर्दाफाश करने में जुटी है.

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