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Himachal Monsoon Loss: हिमाचल में बारिश से 275 सड़कें बंद, अब तक 164 करोड़ का नुकसान, 4 दिनों में 15 मौतें

हिमाचल प्रदेश में मानसून कहर बनकर टूटा है. प्रदेश में बारिश से अब तक 164 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. वहीं, मानसून की बारिश में अब तक 15 लोगों की जानें गई हैं. पढ़ें पूरी खबर... (Himachal Monsoon Loss).

Himachal Monsoon Loss
हिमाचल में बारिश से 275 सड़कें बंद
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Published : Jun 27, 2023, 10:25 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जन जीवन पर व्यापक असर पड़ा है. राज्य में कई जगह सड़कें बंद हो गई हैं, जबकि काफी संख्या में पेयजल परियोजाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं. बिजली की लाइनें और ट्रांसफार्मर खराब होने से कई जगह बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है. बारिश से प्रदेश में अब तक 164 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. मानसून की बारिश में अब तक 15 लोगों की जानें गई हैं. प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जगह-जगह भूस्खलन होने से कई सड़कें बंद हो गई हैं. राज्य में 275 सड़कें बंद हैं, इससे यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. प्रशासन सड़कों को खोलने का काम कर रहा है. लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश में 248 मशीनें तैनात की है. प्रशासन के मुताबिक 270 सड़कों को आज या कल सुबह कल खोल दिया जाएगा, जबकि 9 सड़कें कल और 66 सड़कों को वीरवार तक खोल दिया जाएगा.

मानसून की बारिश 15 लोगों की जान ले गई: प्रदेश में बीते 24 जून से अब तक बारिश से 15 लोगों की मौत हुई है, इनमें हमीरपुर और शिमला में 3-3 लोगों की मौत हुई है, जबकि चंबा, मंडी और सोलन में 2-2 लोगों की मौत हुई है. इनके अलावा कांगड़ा, कुल्लू और ऊना में भी एक-एक लोगों की मौत बारिश में अब तक हुई है. मानसून की बारिश में भूस्खलन और अन्य दुर्घटनाओं की वजह से 17 लोग घायल हुए हैं. इसके अलावा 312 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत भी हुई है. बारिश से बीते चार दिनों में हुई बारिश से करीब 4 मकान, एक दुकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और 34 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनके अलावा 17 गौशलाएं भी बारिश से ढह गई हैं.

बारिश से 164 करोड़ का नुकसान: मानसून की बारिश से प्रदेश में पानी व सिंचाई परियोजनाओं, सड़कों और बिजली आदि को भी भारी नुकसान हुआ है. अब तक 164.24 करोड़ का नुकसान आंका गया है. बारिश से सबसे ज्यादा 89.95 करोड़ का नुकसान जल शक्ति विभाग को हुआ है. बारिश से जल शक्ति विभाग की कुल 1280 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, इनमें 1033 पेयजल परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें से 798 परियोजनाओं को बहाल कर दिया गया है. इनके अलावा 227 सिंचाई परियोजनाओं को भी क्षति पहुंची है.

भारी बारिश से 72.90 करोड़ का सड़कों को नुकसान: बारिश से प्रदेश में लोक निर्माण विभाग को भी 72.90 करोड़ का नुकसान हुआ है. भूस्खलन से 270 सड़कें बंद हैं. जिनमें से विभाग के मंडी जोन में सबसे ज्यादा 180 सडकें बंद हैं, शिमला जोन में 55 सडकें बंद हैं. इनके अलावा 22 सड़कें हमीरपुर जोन के तहत बंद हैं. कांगड़ा जोन के तहत 15 सड़कें बंद हैं. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बंद पड़ी सड़कों को खोलने के लिए 248 मशीनें लगाई गई हैं. बंद हुई सड़कों में से 270 को आज या कल सुबह तक बहाल कर दिया जाएगा, जबकि 9 सड़कों को कल और बाकी 66 को वीरवार तक बहाल कर दिया जाएगा.

बारिश से नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से मांगा आर्थिक पैकेज: कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने केंद्र सरकार से प्रदेश में भारी बारिश से हो रहे नुकसान की भरपाई के लिए तुरंत विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की है, जिससे बचाव व राहत कार्यो में तेजी लाई जा सके. उन्होंने कहा है कि भारी बारिश से प्रदेश में सड़कों, पुलों के साथ साथ फसलों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने केंद्र से इस नुकसान का आंकलन करने के लिए भी एक केंद्रीय टीम जल्द प्रदेश में भेजने को कहा है. प्रतिभा सिंह ने अधिकारियों से प्रदेश में भारी बारिश से हुए भूस्खलन और सड़कों व फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने व नुकसान की पूरी रिपोर्ट भेजने को कहा है.

उन्होंने कहा है कि लोगों को कोई असुविधा ना हो इसके लिए सभी प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए. प्रतिभा सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र मंडी में हुई भारी बारिश से हुए जानमाल, सड़कों व फसलों के नुकसान की पूरी रिपोर्ट भी जिला प्रशासन मंडी, कुल्लू, लाहौल स्पीति, किन्नौर व शिमला से भी मांगी हैं, जिससे वह केंद्र के समक्ष नुकसान की भरपाई की मांग कर सके. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग को युद्धस्तर पर ठीक करने व भूस्खलन के खतरे वाले स्थानों को जल्द ठीक करने को भी कहा है. प्रतिभा सिंह ने प्रशासन से कहा है कि जल्द ही प्रदेश में सेब सीजन शुरू होने वाला है इसलिए सभी मुख्य मार्गों व सम्पर्क सड़कों को दुरुस्त किया जाना चाहिए.

ये भी पढ़ें- Himachal Monsoon: बरसात में गहरे जख्म देते हैं हादसे, पांच साल में 1561 की मौत, 6784 करोड़ से अधिक की संपत्ति का नुकसान

शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जन जीवन पर व्यापक असर पड़ा है. राज्य में कई जगह सड़कें बंद हो गई हैं, जबकि काफी संख्या में पेयजल परियोजाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं. बिजली की लाइनें और ट्रांसफार्मर खराब होने से कई जगह बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है. बारिश से प्रदेश में अब तक 164 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. मानसून की बारिश में अब तक 15 लोगों की जानें गई हैं. प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जगह-जगह भूस्खलन होने से कई सड़कें बंद हो गई हैं. राज्य में 275 सड़कें बंद हैं, इससे यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. प्रशासन सड़कों को खोलने का काम कर रहा है. लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश में 248 मशीनें तैनात की है. प्रशासन के मुताबिक 270 सड़कों को आज या कल सुबह कल खोल दिया जाएगा, जबकि 9 सड़कें कल और 66 सड़कों को वीरवार तक खोल दिया जाएगा.

मानसून की बारिश 15 लोगों की जान ले गई: प्रदेश में बीते 24 जून से अब तक बारिश से 15 लोगों की मौत हुई है, इनमें हमीरपुर और शिमला में 3-3 लोगों की मौत हुई है, जबकि चंबा, मंडी और सोलन में 2-2 लोगों की मौत हुई है. इनके अलावा कांगड़ा, कुल्लू और ऊना में भी एक-एक लोगों की मौत बारिश में अब तक हुई है. मानसून की बारिश में भूस्खलन और अन्य दुर्घटनाओं की वजह से 17 लोग घायल हुए हैं. इसके अलावा 312 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत भी हुई है. बारिश से बीते चार दिनों में हुई बारिश से करीब 4 मकान, एक दुकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और 34 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनके अलावा 17 गौशलाएं भी बारिश से ढह गई हैं.

बारिश से 164 करोड़ का नुकसान: मानसून की बारिश से प्रदेश में पानी व सिंचाई परियोजनाओं, सड़कों और बिजली आदि को भी भारी नुकसान हुआ है. अब तक 164.24 करोड़ का नुकसान आंका गया है. बारिश से सबसे ज्यादा 89.95 करोड़ का नुकसान जल शक्ति विभाग को हुआ है. बारिश से जल शक्ति विभाग की कुल 1280 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं, इनमें 1033 पेयजल परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें से 798 परियोजनाओं को बहाल कर दिया गया है. इनके अलावा 227 सिंचाई परियोजनाओं को भी क्षति पहुंची है.

भारी बारिश से 72.90 करोड़ का सड़कों को नुकसान: बारिश से प्रदेश में लोक निर्माण विभाग को भी 72.90 करोड़ का नुकसान हुआ है. भूस्खलन से 270 सड़कें बंद हैं. जिनमें से विभाग के मंडी जोन में सबसे ज्यादा 180 सडकें बंद हैं, शिमला जोन में 55 सडकें बंद हैं. इनके अलावा 22 सड़कें हमीरपुर जोन के तहत बंद हैं. कांगड़ा जोन के तहत 15 सड़कें बंद हैं. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बंद पड़ी सड़कों को खोलने के लिए 248 मशीनें लगाई गई हैं. बंद हुई सड़कों में से 270 को आज या कल सुबह तक बहाल कर दिया जाएगा, जबकि 9 सड़कों को कल और बाकी 66 को वीरवार तक बहाल कर दिया जाएगा.

बारिश से नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से मांगा आर्थिक पैकेज: कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने केंद्र सरकार से प्रदेश में भारी बारिश से हो रहे नुकसान की भरपाई के लिए तुरंत विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की है, जिससे बचाव व राहत कार्यो में तेजी लाई जा सके. उन्होंने कहा है कि भारी बारिश से प्रदेश में सड़कों, पुलों के साथ साथ फसलों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने केंद्र से इस नुकसान का आंकलन करने के लिए भी एक केंद्रीय टीम जल्द प्रदेश में भेजने को कहा है. प्रतिभा सिंह ने अधिकारियों से प्रदेश में भारी बारिश से हुए भूस्खलन और सड़कों व फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने व नुकसान की पूरी रिपोर्ट भेजने को कहा है.

उन्होंने कहा है कि लोगों को कोई असुविधा ना हो इसके लिए सभी प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए. प्रतिभा सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र मंडी में हुई भारी बारिश से हुए जानमाल, सड़कों व फसलों के नुकसान की पूरी रिपोर्ट भी जिला प्रशासन मंडी, कुल्लू, लाहौल स्पीति, किन्नौर व शिमला से भी मांगी हैं, जिससे वह केंद्र के समक्ष नुकसान की भरपाई की मांग कर सके. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग को युद्धस्तर पर ठीक करने व भूस्खलन के खतरे वाले स्थानों को जल्द ठीक करने को भी कहा है. प्रतिभा सिंह ने प्रशासन से कहा है कि जल्द ही प्रदेश में सेब सीजन शुरू होने वाला है इसलिए सभी मुख्य मार्गों व सम्पर्क सड़कों को दुरुस्त किया जाना चाहिए.

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