नई दिल्ली : चुनावों पर निगरानी रखने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल चुनाव के पांचवें चरण में किस्मत आजमा रहे कुल 318 उम्मीदवारों में से एक-चौथाई प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है. पश्चिम बंगाल इलेक्शन वॉच और एडीआर ने सभी 318 उम्मीदवारों के स्वघोषित हलफनामों का विश्लेषण किया है.
रिपोर्ट के मुताबिक 318 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया जिनमें से 79 (25 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है और 64 (20 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है.
रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के 45 में से 28 (62 प्रतिशत), तृणमूल कांग्रेस के 42 में से 18 (43 प्रतिशत), माकपा के 25 में से 10 (10 प्रतिशत) और कांग्रेस के 11 में से 2 (18 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है.
इसी तरह भाजपा के 45 में से 23 (51 प्रतिशत), तृणमूल कांग्रेस के 42 में से 16₨ (38 प्रतिशत), माकपा के 28 में से 7 (28 प्रतिशत) और कांग्रेस के 11 में से 1 (9 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है.
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रिपोर्ट कहती है कि एक उम्मीदवार ने बलात्कार से जुड़े मामले दर्ज होने की घोषणा की है, नौ उम्मीदवारों ने हत्या से जुड़े तथा 20 ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास से संबंधित मामले दर्ज होने की बात कही है.