नई दिल्ली : भारत सरकार के अटल मिशन फॉर रिजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (AMRUT) योजना के तहत बाढ़ जल निकासी परियोजनाओं के माध्यम से देशभर के 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 2381 जल भराव प्वाइंट्स समाप्त कर दी गई हैं. गुजरात के 16 शहरों से सबसे अधिक 192 जल जमाव प्वाइंट मौजूद हैं, जिन्हें समाप्त कर दी गई है. इसके बाद हरियाणा के 10 शहरों में 160 जल भराव प्वाइंट्स खत्म कर दिया गया है.
अमृत मिशन के तहत, बाढ़ जल निकासी एक स्वीकार्य घटक है, जिसमें केनाल और बाढ़ जल नालों का निर्माण और सुधार शामिल है. ताकि बाढ़ की संभावना को कम किया जा सके. अब तक, 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बाढ़ जल निकासी क्षेत्र में 2,973 करोड़ रुपये की 799 परियोजनाएं तैयार की गई हैं. इनमें से 1,284 करोड़ रुपये की 655 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और 1,688 रुपये की 144 परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं.
आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने राज्यसभा में कहा, "इन पूर्ण परियोजनाओं के माध्यम से, 896 किलोमीटर के बाढ़ जल निकासी के लिए नेटवर्क के बिछाने और निर्माण से 2,381 जलभराव प्वाइंट्स समाप्त कर दिया गया है."
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, केरल मध्य प्रदेश, राजस्थान, सिक्किम, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल कुछ ऐसे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं, जहां अमृत मिशन के जरिये जल भराव समस्या का समाधान किया गया है. अमृत मिशन के तहत पूर्ण की गई परियोजनाओं के माध्यम से 66 शहरों के 2,381 जल भराव प्वाइंट्स हटा दिये गए हैं. मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि अमृत मिशन के तहत संबंधित राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) द्वारा उनकी स्थानीय परिस्थितियों और आवश्यकता के अनुसार परियोजनाओं का चयन, मूल्यांकन, अनुमोदन और कार्यान्वयन किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप उन क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति में कमी आ सकती है.