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पुणे में सामने आया 200 करोड़ का हाउसिंग प्रोजेक्ट घोटाला - पुणे में 200 करोड़ का हाउसिंग प्रोजेक्ट घोटाला

हाल ही में पुणे में 200 करोड़ रुपये के हाउसिंग प्रोजेक्ट में घोटाला होने का खुलासा हुआ है. इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

pune 200 crore housing scam
पुणे में 200 करोड़ का हाउसिंग प्रोजेक्ट घोटाला
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Published : Mar 16, 2022, 2:32 PM IST

पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में वारजे मालवाड़ी स्थित 'रामनगर हाउसिंग को-ऑपरेटिव सोसाइटी' में 200 करोड़ रुपये के हाउसिंग प्रोजेक्ट(pune 200 crore housing scam) में घोटाला होने का खुलासा हुआ है. सोसायटी के अध्यक्ष और सचिव पर मूल सदस्यों के स्वामित्व वाले फ्लैटों को अन्य लोगों को बेचने का आरोप लगाया गया है. इस संबंध में वारजे थाने में मामला दर्ज किया गया है.

रामनगर हाउसिंग को-ऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष अंबादास गाटे और सचिव गणेश बजरंग माने (उम्र 42, शिरूर निवासी) मामले के दो आरोपी हैं. इस संबंध में ठेकेदार दीपक अशोक वेताल (40 निवासी गंधर्व नगरी, मोशी) ने शिकायत दर्ज कराई है. वारजे मालवाड़ी में रामनगर सहकारी समिति की स्थापना की जानी थी. वहीं इस सोसायटी के लिए 218 मूल सदस्य पंजीकृत थे.

आरोपितों ने कहा था कि वे सरकार द्वारा आवंटित जमीन पर मकान बनाएंगे. आरोपी दीपक वेताल और अन्य सदस्यों से सन् 1990 से लेकर आज तक विभिन्न तरीकों से नगदी लेते रहे. इतना ही नहीं, उन्हें सरकार की ओर से 1 हेक्टेयर 76 गुंठा जमीन भी मिली है. इस जगह पर 396 फ्लैटों की एक बड़ी आवासीय परियोजना का निर्माण किया गया, लेकिन परियोजना के निर्माण के बाद, मूल सदस्यों को फ्लैट नहीं दिए गए, बल्कि इन्हें एक-दूसरे को बेच दिया गया.

यह भी पढ़ें-करोड़ों के कोयला घोटाला मामले में तीन अभियुक्तों को मिली अग्रिम जमानत

शिकायत में कहा गया है की आरोपियों के द्वारा समय-समय पर सरकार और अदालत में झूठी जानकारी पेश की गई, जिलके चलते सोसाइटी के मूल सदस्यों और सरकार को लगभग 200 करोड़ रुपये की चपत लगी. इस संबंध में पुलिस को शिकायत मिली जिसके बाद आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में वारजे मालवाड़ी स्थित 'रामनगर हाउसिंग को-ऑपरेटिव सोसाइटी' में 200 करोड़ रुपये के हाउसिंग प्रोजेक्ट(pune 200 crore housing scam) में घोटाला होने का खुलासा हुआ है. सोसायटी के अध्यक्ष और सचिव पर मूल सदस्यों के स्वामित्व वाले फ्लैटों को अन्य लोगों को बेचने का आरोप लगाया गया है. इस संबंध में वारजे थाने में मामला दर्ज किया गया है.

रामनगर हाउसिंग को-ऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष अंबादास गाटे और सचिव गणेश बजरंग माने (उम्र 42, शिरूर निवासी) मामले के दो आरोपी हैं. इस संबंध में ठेकेदार दीपक अशोक वेताल (40 निवासी गंधर्व नगरी, मोशी) ने शिकायत दर्ज कराई है. वारजे मालवाड़ी में रामनगर सहकारी समिति की स्थापना की जानी थी. वहीं इस सोसायटी के लिए 218 मूल सदस्य पंजीकृत थे.

आरोपितों ने कहा था कि वे सरकार द्वारा आवंटित जमीन पर मकान बनाएंगे. आरोपी दीपक वेताल और अन्य सदस्यों से सन् 1990 से लेकर आज तक विभिन्न तरीकों से नगदी लेते रहे. इतना ही नहीं, उन्हें सरकार की ओर से 1 हेक्टेयर 76 गुंठा जमीन भी मिली है. इस जगह पर 396 फ्लैटों की एक बड़ी आवासीय परियोजना का निर्माण किया गया, लेकिन परियोजना के निर्माण के बाद, मूल सदस्यों को फ्लैट नहीं दिए गए, बल्कि इन्हें एक-दूसरे को बेच दिया गया.

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शिकायत में कहा गया है की आरोपियों के द्वारा समय-समय पर सरकार और अदालत में झूठी जानकारी पेश की गई, जिलके चलते सोसाइटी के मूल सदस्यों और सरकार को लगभग 200 करोड़ रुपये की चपत लगी. इस संबंध में पुलिस को शिकायत मिली जिसके बाद आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

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