चेन्नई: तमिलनाडु मूर्ति शाखा सीआईडी ने प्राचीन मूर्तियों को देश से बाहर ले जाने की कोशिश को नाकाम कर दिया. ओरोविले में फ्रांस के एक नागरिक के घर से 20 कलाकृतियों को जब्त किया है जिनमें मूर्तियां भी शामिल हैं. सूचना मिली की कि हस्तशिल्प की दुकान तमिलनाडु से संबंधित चोरी की प्राचीन कलाकृतियों का अवैध रूप से सौदा करती है. इसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट से आदेश लेने के बाद निरीक्षक इंदिरा के नेतृत्व में 11 सितंबर को मूर्ति शाखा ने दुकान की तलाश ली.
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दुकान की तलाशी के दौरान 20 प्राचीन वस्तुओं से संबंधित दस्तावेज मिले. डीलर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की मंजूरी हासिल कर इन कृलाकृतियों को तस्करी के जरिये फ्रांस भेजने के लिए फ्रांसीसी नागरिक की मदद करने की कोशिश में था. एक विज्ञप्ति में यहां बताया गया कि जब्त दस्तावेजों पर मौजूद पते के आधार पर मूर्ति शाखा ने फ्रांसीसी नागरिक के ओरोविले में स्थित घर की तलाशी ली और पत्थर की 13 मूर्तियां, धातु की चार प्रतिमाएं समेत 20 कलाकृतियों को जब्त किया.
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एक लकड़ी की कलाकृति, एक पेंटिंग और एक टेराकोटा कलाकृति भी जब्त की गई है. फ्रांसीसी नागरिक ने कलाकृतियों को फ्रांस ले जाने की योजना बनाई थी, लेकिन ऐसा नहीं कर सका क्योंकि एएसआई उनकी जांच करने पर उन्हें देश से बाहर ले जाने से मना कर दिया. एएसआई को यह शक हुआ कि ये प्राचीन वस्तुएं हैं. विज्ञप्ति में कहा गया है कि फ्रांस का यह नागरिक यहां उसके घर की तलाशी के दौरान अपने देश में था. इस बाबत मामला दर्ज कर लिया गया है. भगवान गणेश, विष्णु, पार्वती, अय्यप्पन, हनुमान और मुरुगन की जब्त मूर्तियों को कुंभकोणम में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया.
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