रानीखेत: उत्तराखंड के कुमाऊं रेजीमेंट सेंटर रानीखेत (Kumaon Regiment Center Ranikhet) में कुमाऊं और नागा रेजीमेंट के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर देश की आन, बान और शान की रक्षा का संकल्प लेकर (168 recruits become army jawan) 168 नए जांबाज जवान भारतीय सेना का अभिन्न अंग बन गए. मुख्य अतिथि केआरसी के डिप्टी कमांडेंट कर्नल एसके यादव ने परेड की सलामी ली. इस दौरान उन्होंने रेजीमेंट के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए नव प्रशिक्षित जवानों से रेजीमेंट की गौरवशाली परंपराओं को आगे बढ़ाने का आह्वान किया. यहां के ऐतिहासिक सोमनाथ मैदान में आयोजित कुमाऊं और नागा रेजीमेंट के शपथ ग्रहण समारोह के मुख्य अतिथि केआरसी डिप्टी कमांडेंड कर्नल यादव ने परेड का निरीक्षण किया.
नव प्रशिक्षित जवानों की विभिन्न टुकड़ियों ने रेजीमेंट बैंड की देशभक्ति स्वर लहरियों के बीच शानदार मार्च पास्ट निकाल और मुख्य अतिथि को सलामी दी. धर्मगुरु सूबेदार मेजर दिनेश चंद्र जोशी ने राष्ट्रध्वज व धर्मग्रंथों को साक्षी रख जवानों को देशसेवा की शपथ दिलाई. इस शपथ परेड में नव प्रशिक्षित जवानों ने जैसे ही अंतिम पग पार किया, वे भारतीय सेना का अभिन्न अंग बन गए. शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए डिप्टी कमांडेंट कर्नल यादव ने कहा कि सेना में शामिल होकर जवानों ने अपने जीवन का सर्वोच्च निर्णय लिया है. उन्होंने जवानों से देश व सीमाओं की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने के लिए भी तत्पर रहने का आह्वान किया.
यह भी पढ़ें-सेना में अहीर रेजीमेंट की मांग को लेकर पैदल मार्च, सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था
इस मौके पर उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न गतिविधियों में अव्वल स्थान पाने वाले प्रापकों को उत्कृष्ट मेडल देकर सम्मानित भी किया. नौ महीने के कठिन परिश्रम और प्रशिक्षण के बाद उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सैनिकों को मेडल देकर सम्मानित किया गया. सम्मानित होने वालों में सिपाही अनूप सिंह, ऋतिक भट्ट, अंकित सामंत, कमलेश सिंह और सिकंदर पंवार शामिल रहे. परेड का नेतृत्व अनूप सिंह ने किया. वहीं परेड अधिकारी मेजर आशुतोष शंकर रहे. उनके साथ ही प्रशिक्षण बटालियन कमांडर कर्नल सुनील कटारिया ने भी परेड की सलामी ली.