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जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की मौत: अब तक 13 लोग गिरफ्तार, केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने जताई चिंता

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Published : Aug 21, 2023, 9:21 AM IST

Updated : Aug 21, 2023, 10:33 PM IST

जादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम के 17-वर्षीय एक छात्र की नौ अगस्त की रात छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी. उसके परिजनों ने रैगिंग के आरोप लगाए थे. उधर, विश्वभारती के छह छात्र ने एक प्रोफेसर पर शारीरिक और मानसिक यातना का आरोप लगाया है.

Students death in Jadavpur University
अब तक 13 लोग गिरफ्तार

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित जादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत के मामले में अबतक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस मामले को लेकर चिंता जताई है. अलीपुर की एक अदालत ने रविवार को विश्वविद्याल के एक पूर्व छात्र को 24 अगस्त तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया. यह इस मामले में 13वीं गिरफ्तारी थी.

राज्य अभियोजक ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए आपराधिक बल का प्रयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया है. अलीपुर की अदालत के न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष के अनुरोध पर आरोपी को पूछताछ के लिए 24 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने शुक्रवार को भी इस मामले में तीन छात्रों को गिरफ्तार किया था, जबकि इससे पहले विश्वविद्यालय के नौ पूर्व एवं मौजूदा छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है. ये सभी अब पुलिस हिरासत में हैं.

जादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम के 17-वर्षीय एक छात्र की नौ अगस्त की रात छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी. उसके परिजनों ने रैगिंग के आरोप लगाए थे. इस बीच, नवनियुक्त कार्यवाहक कुलपति बुद्धदेव साव ने बताया कि कथित तौर पर रैगिंग और यौन उत्पीड़न के बाद छात्र की मौत 'पूरी तरह से' विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है और स्वस्थ माहौल बनाए रखने के लिए परिसर में उचित सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि 17 वर्षीय छात्र की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण तथा दुखी कर देने वाली है.

साव ने कहा, 'यह जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे विश्वविद्यालय की है. विश्वविद्यालय में स्वस्थ माहौल बना रहने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करना चाहिए.' केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इससे पहले दिन में कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की मौत न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि चिंता का एक बड़ा कारण है. उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मामले में कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करने को कहा है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैनें यूजीसी से कानून के अनुसार मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है.' प्रधान ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा, 'सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या (विश्वविद्यालय) में गैर-रैगिंग शाखा थी और यदि थी तो उसकी गतिविधियां क्या थीं. सीसीटीवी कैमरे थे या नहीं, बाहरी लोगों को छात्रावास में रहने की अनुमति क्यों दी गई थी.' केंद्रीय मंत्री की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि राज्य प्रशासन किसी की राजनीतिक धारणा को ध्यान में रखकर काम नहीं करता है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम किसी भी अपराधी के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई करते हैं.'

विश्वविद्यालय के विज्ञान विभाग के डीन प्रोफेसर सुबेनॉय चक्रवर्ती ने शाम को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया.

विश्वभारती के छह छात्र ने लगाया प्रोफेसर पर शारीरिक और मानसिक यातना का आरोप : उधर, विश्वभारती के छह छात्र सोमवार को यहां 'गुरुदेव विश्वविद्यालय की महिला छात्र बचाओ' बैनर लिखकर भूख हड़ताल पर बैठ गए. उनका आरोप है कि एक प्रोफेसर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है.इस संबंध में वर्ष 2021 से छात्रों ने विश्वभारती के कार्यकारी सचिव और कुलपति से भी मामले की शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से उनके प्रयास व्यर्थ गए.

इसलिए छात्रों ने सोमवार को हाथों में बैनर लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी. इस घटना में विश्वभारती अधिकारियों की भूमिका एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है.

पढ़ें: यूजीसी, ईईसी ने की जादवपुर विवि, जामिया हमदर्द को प्रतिष्ठित संस्थान का दर्जा नहीं देने की सिफारिश

(एजेंसी इनपुट)

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित जादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत के मामले में अबतक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस मामले को लेकर चिंता जताई है. अलीपुर की एक अदालत ने रविवार को विश्वविद्याल के एक पूर्व छात्र को 24 अगस्त तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया. यह इस मामले में 13वीं गिरफ्तारी थी.

राज्य अभियोजक ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए आपराधिक बल का प्रयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया है. अलीपुर की अदालत के न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष के अनुरोध पर आरोपी को पूछताछ के लिए 24 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने शुक्रवार को भी इस मामले में तीन छात्रों को गिरफ्तार किया था, जबकि इससे पहले विश्वविद्यालय के नौ पूर्व एवं मौजूदा छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है. ये सभी अब पुलिस हिरासत में हैं.

जादवपुर विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रम के 17-वर्षीय एक छात्र की नौ अगस्त की रात छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी. उसके परिजनों ने रैगिंग के आरोप लगाए थे. इस बीच, नवनियुक्त कार्यवाहक कुलपति बुद्धदेव साव ने बताया कि कथित तौर पर रैगिंग और यौन उत्पीड़न के बाद छात्र की मौत 'पूरी तरह से' विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है और स्वस्थ माहौल बनाए रखने के लिए परिसर में उचित सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि 17 वर्षीय छात्र की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण तथा दुखी कर देने वाली है.

साव ने कहा, 'यह जिम्मेदारी किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे विश्वविद्यालय की है. विश्वविद्यालय में स्वस्थ माहौल बना रहने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करना चाहिए.' केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इससे पहले दिन में कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की मौत न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि चिंता का एक बड़ा कारण है. उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मामले में कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करने को कहा है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैनें यूजीसी से कानून के अनुसार मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है.' प्रधान ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा, 'सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या (विश्वविद्यालय) में गैर-रैगिंग शाखा थी और यदि थी तो उसकी गतिविधियां क्या थीं. सीसीटीवी कैमरे थे या नहीं, बाहरी लोगों को छात्रावास में रहने की अनुमति क्यों दी गई थी.' केंद्रीय मंत्री की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि राज्य प्रशासन किसी की राजनीतिक धारणा को ध्यान में रखकर काम नहीं करता है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम किसी भी अपराधी के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई करते हैं.'

विश्वविद्यालय के विज्ञान विभाग के डीन प्रोफेसर सुबेनॉय चक्रवर्ती ने शाम को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया.

विश्वभारती के छह छात्र ने लगाया प्रोफेसर पर शारीरिक और मानसिक यातना का आरोप : उधर, विश्वभारती के छह छात्र सोमवार को यहां 'गुरुदेव विश्वविद्यालय की महिला छात्र बचाओ' बैनर लिखकर भूख हड़ताल पर बैठ गए. उनका आरोप है कि एक प्रोफेसर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है.इस संबंध में वर्ष 2021 से छात्रों ने विश्वभारती के कार्यकारी सचिव और कुलपति से भी मामले की शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से उनके प्रयास व्यर्थ गए.

इसलिए छात्रों ने सोमवार को हाथों में बैनर लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी. इस घटना में विश्वभारती अधिकारियों की भूमिका एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है.

पढ़ें: यूजीसी, ईईसी ने की जादवपुर विवि, जामिया हमदर्द को प्रतिष्ठित संस्थान का दर्जा नहीं देने की सिफारिश

(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Aug 21, 2023, 10:33 PM IST
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