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Arms Recovered : सुरक्षा बलों से लूटे गए 1,195 हथियार अब तक बरामद : मणिपुर पुलिस

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Published : Aug 6, 2023, 2:59 PM IST

मणिपुर में हिंसा के दौरान बड़ी संख्या में हथियार लूट लिए गए थे. राज्य के विभिन्न हिस्सों से सुरक्षा बलों से लूटे गए 1,195 हथियार अब तक बरामद किए गए हैं (1195 looted arms recovered).

Police and army personnel checking at a checkpoint in Manipur
मणिपुर में नाके पर चेकिंग करती पुलिस और सेना के जवान

इंफाल : मणिपुर पुलिस ने कहा है कि उसने राज्य के विभिन्न हिस्सों से सुरक्षा बलों से लूटे गए 1,195 हथियार अब तक बरामद किए हैं (1195 looted arms recovered). पुलिस ने शनिवार शाम को एक बयान में बताया कि घाटी के जिलों से 1,057 हथियार बरामद किए गए और 138 हथियार पर्वतीय जिलों से बरामद किए गए हैं.

बयान के अनुसार ज्यादातर घाटी जिलों से बड़ी संख्या में गोला-बारुद भी बरामद किए गए. बयान में कहा गया है, 'सुरक्षा बल लूटे गए हथियार तथा गोला बारुद बरामद करने के लिए लगातार पर्वतीय तथा घाटी के क्षेत्रों में छापे मार रहे हैं.' पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों से हथियार लूटने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

एक अन्य घटना में शनिवार सुबह क्वाक्टा लमखाई के पास राज्य सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी के बाद एक पुलिसकर्मी सहित तीन लोग घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि पुलिसकर्मी के चेहरे पर छर्रे लगे हैं. तीनों को हॉस्पिटल भेज दिया गया.

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

राज्य में मेइती समुदाय की आबादी लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे अधिकतर पर्वतीय जिलों में रहते हैं.

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(पीटीआई-भाषा)

इंफाल : मणिपुर पुलिस ने कहा है कि उसने राज्य के विभिन्न हिस्सों से सुरक्षा बलों से लूटे गए 1,195 हथियार अब तक बरामद किए हैं (1195 looted arms recovered). पुलिस ने शनिवार शाम को एक बयान में बताया कि घाटी के जिलों से 1,057 हथियार बरामद किए गए और 138 हथियार पर्वतीय जिलों से बरामद किए गए हैं.

बयान के अनुसार ज्यादातर घाटी जिलों से बड़ी संख्या में गोला-बारुद भी बरामद किए गए. बयान में कहा गया है, 'सुरक्षा बल लूटे गए हथियार तथा गोला बारुद बरामद करने के लिए लगातार पर्वतीय तथा घाटी के क्षेत्रों में छापे मार रहे हैं.' पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों से हथियार लूटने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

एक अन्य घटना में शनिवार सुबह क्वाक्टा लमखाई के पास राज्य सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी के बाद एक पुलिसकर्मी सहित तीन लोग घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि पुलिसकर्मी के चेहरे पर छर्रे लगे हैं. तीनों को हॉस्पिटल भेज दिया गया.

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

राज्य में मेइती समुदाय की आबादी लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे अधिकतर पर्वतीय जिलों में रहते हैं.

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(पीटीआई-भाषा)

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