नई दिल्ली : सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि पिछले पांच वर्षों में 113 विधवाओं/रक्षा कर्मियों के परिवारों को रोजगार दिया गया है. रक्षा राज्य मंत्री (एमओएस) अजय भट्ट ने टीएमसी सांसद डॉ. शांतनु सेन और अबीर रंजन बिस्वास के एक सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी दी. टीएमसी सांसद ने पूछा था कि पिछले पांच वर्षों में रक्षा कर्मियों के परिवारों, शहीद हुए सैनिकों की पत्नियों को अनुकंपा के आधार पर कोई रोजगार दिया है या नहीं (113 widows/Families granted employment).
रक्षा राज्य मंत्री (एमओएस) अजय भट्ट की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार, कुल 66 विधवाओं/परिवारों को पिछले पांच वर्षों में रोजगार दिया गया है. वर्षवार बात की जाए तो 2018 में 17, साल 2019 में 15, वर्ष 2020 में 06, वर्ष 2021 में 10 और वर्ष 2022 में 18 को रोजगार दिया गया. भारतीय नौसेना में 28 को रोजगार दिया गया है. इसमें 2018 में 6, 2019 में 5, वर्ष 2020 में 1 और 2021 और 2022 में 8-8 लोगों को रोज़गार दिया गया.
रक्षा राज्य मंत्री (एमओएस) अजय भट्ट की ओर से जानकारी दी गई कि भारतीय वायु सेना में कुल 19 को रोज़गार दिया गया. साल 2017 में 2, साल 2018 में 1, साल 2019 में 4, साल 2020 में 5 और साल 2021 में 7 को रोजगार दिया गया.
मंत्री ने सदस्यों को देश में पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से भी अवगत कराया, जिसमें दिव्यांग बच्चों का 3,000/-प्रतिमाह अनुदान (जेसीओ रैंक तक पेंशनभोगी/गैर-पेंशनभोगी) शामिल हैं.
विधवा पुनर्विवाह अनुदान (पेंशनभोगी/गैर-पेंशनभोगी रु. 50,000/-* हवलदार रैंक, अगर 21 अप्रैल 2016 को या उसके बाद शादी हुई हो), अनाथ अनुदान की राशि रु. 3,000/माह, और कई अन्य शामिल हैं.
पढ़ें- राज्यसभा में सरकार का जवाब-'5G सिग्नल महत्वपूर्ण विमान प्रणालियों को प्रभावित कर सकते हैं'