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MP: सागौन की लकड़ी की तस्करी करते पकड़ी गई एम्बुलेंस, 2 गिरफ्तार

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Published : Oct 25, 2021, 4:47 PM IST

मध्य प्रदेश में गुजरात सीमा से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर एक एम्बुलेंस सागौन की लकड़ी की तस्करी करते पकड़ी गई. मामले में एम्बुलेंस चालक समेत दो को गिरफ्तार किया गया है. सीज की गई लकड़ी की कीमत करीब 15 हजार बताई जा रही है. पढ़ें पूरी खबर...

सागौन की लकड़ी की तस्करी
सागौन की लकड़ी की तस्करी

अलीराजपुर : मध्य प्रदेश में चिकित्सा आपात स्थिति को पूरा करने वाले 108 एकीकृत कॉल सेंटर (Integrated call centre) की एक एम्बुलेंस, गुजरात की सीमा से लगभग पांच किलोमीटर दूर अलीराजपुर जिले के काठीवाड़ा इलाके (Katthiwada Area) में सागौन की लकड़ी के लॉग के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर ले जा रही थी. एक अधिकारी ने सोमवार को इस बात की सूचना दी.

अधिकारी ने बताया कि स्थानीय निवासियों वाहन को भावरा क्षेत्र (Bhavra area) से सागौन की लकड़ी या शराब की तस्करी करने के शक पर शनिवार देर रात रोक दिया और फिर वन विभाग के कर्मियों को सूचित किया.

काठीवाड़ा के वन रेंजर योगेंद्र सिंह बिलवाल (Katthiwada forest ranger Yogendra Singh Bilwal) ने सोमवार को बताया, हमें 23 अक्टूबर की रात करीब 10 बजे सूचना मिली कि भावरा से सागौन की लकड़ी लेकर एक वाहन कठिवाड़ा आ रहा है. हालांकि, इससे पहले कि हम मौके पर पहुंच पाते, ग्रामीणों ने वाहन को रोक लिया. यह वाहन 108 एम्बुलेंस सेवा का हिस्सा था. इसका पंजीकरण एमपी 02 से शुरू हो रहा है.

पढ़ें : नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से बचने के लिए सागौन की लकड़ी से ब्रश बनाते हैं कर्नाटक के आदिवासी, देखें खास रिपोर्ट

उन्होंने बताया, सीज की गई सागौन की लकड़ी की कीमत 15,000 रुपये है जिसकी कटाई पूरे भारत में प्रतिबंधित है. मामले में चालक विक्रम धकत (29) और उसके सहायक अरुण बामनिया (30) को गिरफ्तार कर लिया गया है जो पहले मौके से भाग गए थे. उन्होंने सागौन की लकड़ी को एक पुलिस कांस्टेबल के यहां ले जाए जाने की बात कही.

बता दें, सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल (Public-private partnership model) के तहत एमपी सरकार द्वारा 108 एम्बुलेंस सेवा चलाई जाती है.

(पीटीआई-भाषा)

अलीराजपुर : मध्य प्रदेश में चिकित्सा आपात स्थिति को पूरा करने वाले 108 एकीकृत कॉल सेंटर (Integrated call centre) की एक एम्बुलेंस, गुजरात की सीमा से लगभग पांच किलोमीटर दूर अलीराजपुर जिले के काठीवाड़ा इलाके (Katthiwada Area) में सागौन की लकड़ी के लॉग के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर ले जा रही थी. एक अधिकारी ने सोमवार को इस बात की सूचना दी.

अधिकारी ने बताया कि स्थानीय निवासियों वाहन को भावरा क्षेत्र (Bhavra area) से सागौन की लकड़ी या शराब की तस्करी करने के शक पर शनिवार देर रात रोक दिया और फिर वन विभाग के कर्मियों को सूचित किया.

काठीवाड़ा के वन रेंजर योगेंद्र सिंह बिलवाल (Katthiwada forest ranger Yogendra Singh Bilwal) ने सोमवार को बताया, हमें 23 अक्टूबर की रात करीब 10 बजे सूचना मिली कि भावरा से सागौन की लकड़ी लेकर एक वाहन कठिवाड़ा आ रहा है. हालांकि, इससे पहले कि हम मौके पर पहुंच पाते, ग्रामीणों ने वाहन को रोक लिया. यह वाहन 108 एम्बुलेंस सेवा का हिस्सा था. इसका पंजीकरण एमपी 02 से शुरू हो रहा है.

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उन्होंने बताया, सीज की गई सागौन की लकड़ी की कीमत 15,000 रुपये है जिसकी कटाई पूरे भारत में प्रतिबंधित है. मामले में चालक विक्रम धकत (29) और उसके सहायक अरुण बामनिया (30) को गिरफ्तार कर लिया गया है जो पहले मौके से भाग गए थे. उन्होंने सागौन की लकड़ी को एक पुलिस कांस्टेबल के यहां ले जाए जाने की बात कही.

बता दें, सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल (Public-private partnership model) के तहत एमपी सरकार द्वारा 108 एम्बुलेंस सेवा चलाई जाती है.

(पीटीआई-भाषा)

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