सरगुजा में आज भी शैम्पू से नहीं, रगड़ा मिट्टी से अपने बाल धोती हैं ग्रामीण महिलायें - केमिकल युक्त प्रोडक्ट के नुकसान
🎬 Watch Now: Feature Video
बाजार में कॉस्मेटिक उत्पादों की होड़ मची हुई है. अपने बालों को नरम मुलायम रखने के लिये आकर्षक विज्ञापन और व्यस्तता के बीच शैम्पू, कंडीशनर जैसे उत्पाद चलन में हैं. लेकिन सरगुजा में आज भी पुरानी सभ्यता जीवित है. ना सिर्फ जीवित है बल्कि इसकी खासी डिमांड(Rural women wash their hair with ragda mud) भी है. सरगुजा में पाई जाने वाली रगड़ा मिट्टी एक खास तरह की मिट्टी है, जो सरगुजा जिले के मैनपाट विकासखंड और लुंड्रा विकासखंड के कुछ गांव में ही पाई जाती है. यहां की ग्रामीण महिलाएं आज भी अपने बाल इसी रगड़ा मिट्टी (ragda mud) से धोती हैं. महिलाएं बताती हैं कि इस मिट्टी से बाल धोने से बाल नर्म मुलायम रहते हैं, उन्हें शैम्पू करने की जरूरत नहीं होती है. इसके साथ ही बाल केमिकल युक्त प्रोडक्ट के नुकसान से भी बचते हैं. कुदरती मिट्टी के उपयोग से किसी प्रकार का नुकसान भी बालों को नहीं होता है. सरगुजा में सप्ताहिक बजारो में करीब 200 ग्राम मिट्टी 10 रुपये में मिल जाती है. बाजार में इसकी डिमांड की वजह से ये रोजगार का साधन भी बना हुआ है. मिट्टी बेचकर भी लोग अपनी जीवनी चला रहे हैं. surguja latest news
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:36 PM IST