Tapeshwar Mahadev In Tatapani: सावन में शिव भक्तों की आस्था, बलरामपुर से 100 लीटर जल लेकर पैदल तातापानी तपेश्वर धाम पहुंचे श्रद्धालु - छत्तीसगढ़ सहित झारखंड और उत्तर प्रदेश
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बलरामपुर: सावन में शिव भक्तों की भक्ति के अलग अलग रंग दिखते हैं. कांवड़िए शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए कई किलोमीटर लंबी यात्रा करते हैं. बलरामपुर के सरनाडीह निवासी दीपक यादव भी चनान नदी से 100 लीटर जल लेकर पैदल ही तातापानी तपेश्वर धाम पहुंचे. उन्होंने करीब 20 किलोमीटर की यात्रा तय की.
तातापानी में हजारों की संख्या में उमड़े श्रद्धालु: तातापानी के तपेश्वर महादेव धाम में भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. सुबह से लेकर शाम तक बड़ी संख्या में भगवान शिव के भक्त प्राचीन शिव मंदिर में दर्शन पूजन और जल चढ़ाने के लिए पहुंच रहे हैं.
छत्तीसगढ़ सहित झारखंड और उत्तर प्रदेश से पहुंचते हैं श्रद्धालु: तातापानी में भगवान शिव का प्राचीन मंदिर है. छत्तीसगढ़ सहित झारखंड और उत्तर प्रदेश से भी बड़ी संख्या में शिव भक्त यहां दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. यहां भगवान शिव को समर्पित बारह ज्योतिर्लिंगों के दर्शन भी श्रद्धालुओं को मिलते हैं. यही वजह है कि सावन में शिव भक्तों का तांता लगा रहता है.
तपेश्वर महादेव की महिमा: तातापानी में तपेश्वर महादेव धाम में सावन के महीने में भक्तों का तांता लग जाता है. यहां दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं और महादेव की पूजा अर्चना करते हैं. शिव भक्तों के लिए यह पवित्र धामों में से एक है. चूंकि बलरामपुर झारखंड और उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा से सटा इलाका है. इसलिए यहां इन दोनों राज्य से श्रद्धालु पहुंचते हैं. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के कई जिलों से शिव भक्त यहां पहुंचते हैं और पूजा अर्चना करते हैं.