रायपुर: आज लोग अपना ज्यादातर समय इंटरनेट पर बिता रहे हैं. जिससे लोग अनिद्रा बीमारी से जूझ रहे हैं. इसी बीमारी को खत्म करने हर साल 17 मार्च को वर्ल्ड स्लीप डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को पर्याप्त नींद का महत्व बताना है. हर साल यह दिवस अलग-अलग थीम पर मनाया जाता है. इस साल यह थीम स्लिप एसेंशियल फॉर हेल्थ है, जिसका मतलब है नींद सेहत के लिए जरूरी है. आयुर्वेद और घरेलू नुस्खे से आप कैसे जल्दी नींद ले सकते हैं. इस संबंध में ईटीवी भारत ने आयुर्वेदिक कॉलेज के पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर हरींद्र मोहन शुक्ला से खास बातचीत की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा...
सवाल: आज के समय में लोगों को नींद नहीं आना आम बात है. इस समस्या से कैसे निजात पाया जाए?
जवाब: आज के समय में लोगों को समझना होगा कि नींद बेहद जरूरी है. आज के दौर में जैसे मेहनत करना जरूरी है, ठीक उसी तरह नींद भी जरूरी है. यह भी समझना है कि कितने नींद की जरूरत लोगों को है. एक रात में कम से कम 7 घंटे की नींद आपके शरीर के लिए जरूरी है. लगातार 1 सप्ताह तक 3 से 5 घंटे की नींद अगर आप ले रहे हों तो समझ जाइए कि आप अनिद्रा का शिकार हैं.
सवाल: आयुर्वेद में किस तरह अनिद्रा से निजात पाया जाता है?
जवाब: उपवास एक प्राचीन और धार्मिक परंपरा है, जिसका सीधा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से संबंध है. लोग भोजन का उपवास तो करते हैं लेकिन लोगों को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का भी उपवास रखना चाहिए. सोशल मीडिया, अपने मोबाइल, लैपटॉप से कुछ समय के लिए निश्चित रूप से दूरी बनाकर रखें. नींद आने का एक समय होता है. किसी भी कारण से अगर हम समय से पहले जग जाएं तो 2 से तीन घंटे नींद नहीं आती. लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि अधिकतम वे 10 बजे से 11 बजे तक सो जाएं. इसके साथ ही आयुर्वेदिक में बहुत सारी दवाइयां हैं, जिनमें अश्वगंधा, ब्राम्ही, शंखपुष्पी, जटामानसी ,सर्पगंधा, तगर ऐसी औषधियों का सेवन करना चाहिए. सबसे महत्वपूर्ण है कि आप शारीरिक और मानसिक रूप से थकें. आज के समय में लोग बहुत ज्यादा लग्जरियस लाइफ जीते हैं. ऐसे में स्विमिंग, एथलेटिक्स, वर्कआउट करें. इसके अलावा आयुर्वेद की पंचकर्म चिकित्सा है, उसका इस्तेमाल करें.
सवाल: जल्द नींद आए इसके लिए क्या घरेलू उपाय है?
जवाब:घरेलू नुस्खे के रूप में केला और दूध का प्रयोग करें. केले का सेवन शहद के साथ करें. इसके अलावा बादाम का भी शहद के साथ सेवन करें. शहद ओरेक्सीन रिसेप्टर को शांत करता है.ओरेक्सीन रिसेप्टर शांत नहीं होते तब नींद नहीं आती. ऐसे में शहद, केला, कीवी, रिसेप्टर को शांत करते हैं, जिससे जल्दी नींद आती है. इसके अलावा सोने से ठीक पहले गर्म दूध का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा सोने से पहले ब्राम्ही घृत को 2 से 4 बूंद नाक में डालना चाहिए. इन उपायों से जल्दी नींद आती है. आयुर्वेद में भैंस के दूध को अनिद्रा रोग में फायदेमंद माना गया है.
सवाल:आपने फल और कुछ नुस्खे बताए, इसका इस्तेमाल दिन में करना है या रात में?
जवाब: दूध का सेवन सोने से 1 घंटे पहले करना है, जितने भी घरेलू नुस्खे हैं, सोने के पहले इस्तेमाल करना चाहिए.
सवाल:अनिद्रा की समस्या के लिए आप आयुर्वेदिक पद्धति से किस तरह इलाज करते हैं?
जवाब:अनिद्रा के बहुत सारे कारण हैं. एंजाइटी, ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन, ओबेसिटी इन सभी कारणों से अनिद्रा होती है. अनिद्रा से भी यह रोग उत्पन्न होते हैं. बहुत कम सोने से मोटापा बढ़ता है. बहुत अधिक सोने से भी मोटापा बढ़ता है. निश्चित समय और आवश्यकता के अनुसार नींद जरूर लेनी चाहिए, जिससे ब्लड प्रेशर और डायबिटीज, अल्जाइमर जैसी बीमारी से बच सकें.
सवाल: अनिद्रा रोग दूर करने के लिए किस तरह से वर्कआउट करने चाहिए?
जवाब: आज के समय में देखा जाता है कि लोग गाड़ियों में आना-जाना करते हैं. ऑफिस चेयर में ज्यादा समय बिताते हैं. घर आकर बेड पर चले जाते हैं. हम अपने काम करने के साथ साथ छोटी छोटी एक्सरसाइज करते रहें. अगर किसी ऑफिस में सेकंड फ्लोर तक जाना है तो लिफ्ट का उपयोग नहीं करते हुए आप सीढ़ियों से जाएं तो ऐसे में शरीर थकता है और नींद आती है. यानी जब शरीर और मस्तिष्क दोनों थकता है, तब तेज नींद आती है.