सूरजपुर: आम हो या खास पुरुष हो या महिला बड़े हो या बच्चे कोरोना महामारी के प्रकोप से कोई नहीं बच पाया. कोरोना और लॉकडाउन ने सभी सेक्टर को प्रभावित किया .लाखों लोग बेरोजगार हुए. कई लोगों के कामकाज बंद हो गए. महामारी ने कितनों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया कितनों को बेरोजगार किया. लेकिन ऐसे मुश्किल समय में भी सूरजपुर जिले की महिलाओं ने हार नहीं मानी और आपदा को अवसर बनाने देर नहीं की.
सूरजपुर की स्वासहायता समूह की महिलाओं ने रोजगार की परेशानी को हल कर लिया है. महिलाएं जिला प्रशासन की मदद से अब स्वास्थ्य विभाग कोरोना दवा पहुंचाने का काम कर रहीं हैं. इससे इनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है. दरअसल जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों स्वास्थ्य विभाग कोरोना दवा पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. इसी पहल में महिलाएं भी काम कर रही हैं.
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कोरोना किट तैयार कर रहीं महिलाएं
सूरजपुर जिले को कोरोना संक्रमण मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 65000 दवाओं का किट तैयार करने का लक्ष्य रखा है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के सामने दवाओं की किट तैयार करने करने की चुनौती बनी हुई थी. ऐसे में जिले की कई महिलाएं इस पहल से जुड़ी और स्वास्थ्य विभाग की मदद में जुट गई. यह महिलाएं रोजाना 3 से 4 हजार किट तैयार कर रहीं हैं. जिसके लिए उन्हें पारिश्रमिक भी दिया जाएगा.
लोगों की सेहत के साथ परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार रही यहां की महिलाएं
प्रशासन की पहल रंग लाई
कलेक्टर गौरव कुमार सिंह में जिले में रोजगार की समस्या दूर करने के लिए पहल किया है. जिससे महिलाओं को रोजगार मिल सका है. ऐसे हालातों में उनकी आर्थिक परेशानी भी दूर हो रही है. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के लिए कोरोना दवा की किट तैयार करने की चुनौतियों भी अब पूरी होती दिख रही है. बता दें महिला स्व सहायता समूह के द्वारा कई ऐसे काम किए जा रहे हैं जिससे सामाजिक मदद मिल सके. ऐसे में फिर एक बार स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर अपने आर्थिक संकट को दूर करती यह महिलाएं अपने आप में महिला सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल हैं.